5G रोलआउट में इस्तेमाल हुए 80% उपकरण है Made in India: अश्विनी वैष्णव
IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत में 5G रोलआउट में इस्तेमाल हुए सभी उपकरण भारत में ही बनाए गए हैं। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया कि DPDP act का ड्रॉफ्ट जल्द ही रोलआउट करेंगे। इस बात की भी जानकारी सामने आई है कि सरकार डाटा प्रोटेक्शन बोर्ड के डिजिटल आर्किटेक्चर पर काम कर रही है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Sat, 28 Oct 2023 01:05 PM (IST)
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। 5G रोलआउट भारत में टेक्नोलॉजी में एक मील का पत्थर है, जिसमे भारत को टॉप 3 की लिस्ट में शामिल हो गया है। भारत में 5G को लॉन्च हुए 1 साल पुरे हो गए है, इसको इस नए मुकाम तक पहुंचाने में जियो और एयरटेल का बहुत बड़ा योगदान है। इन्होंने 5G के लॉन्च के साथ ही भारत के हर कोने में अपनी सेवाओं का विस्तार करना शुरू कर दिया था।
आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारत में 5G रोलआउट में उपयोग किए गए 80% उपकरण मेड इन इंडिया हैं। 27 अक्टूबर से शुरू हुई इंडिया मोबाइल कांग्रेस(India Mobile Congres 2023) के दौरान उन्होंने ये बात कही है। इसके अलावा उन्होंने ने यह भी बताया कि भारत में बनाए जा रहे टेलीकॉम उपकरण 72 देशों में भेजे जाएंगे।
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टॉप क्वालिटी प्रोडक्ट
- आईटी मंत्री ने हमेशा इस बात को प्राथमिकता ही है कि भारत में बने टेलीकॉम प्रोडक्ट क्वालिटी के लेहजे से ग्लोबल मॉर्केट से प्रतिस्पर्धा कर सकें।
- उनका कहना है कि भारत इस स्तर पर है कि वह वैश्विक स्तर पर इन प्रोडक्ट से टक्कर ले रहा है। साथ ही कंपनियां इस तरह के प्रोडक्ट के बनाने में तत्परता से लगी हुई हैं, ताकि एक बेहतर इकोसिस्टम बन सकें।
सेमीकंडेकटर बनाने में आगे है देश
- केन्द्रीय मंत्री वैष्णव ने बताया कि भारत सेमीकंडेकटर मैन्युफैक्चरिंग में भी आगें बढ़ रहा है और बड़ा हब बन रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि भारत कुछ बहुत ही जटिल सेमीकंडेकटर और चिप बनाने की तैयारी में हैं।
- इसके अलावा भारत टेलेंट पुल पर भी काम कर रहा है। बता दें कि भारत में 1.20 लाख इंजिनियर चिप डिजाइन कर रहे हैं।