कुछ ही हफ्तों में शुरू होगा पहला सेमीकंडक्टर फैब, केंद्रीय मंत्री ने की घोषणा
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कुछ हफ्तों में पहले सेमीकंडक्टर फैब की घोषणा की जाएगा। साथ ही भारत अगले 3-4 वर्षों में एक जीवंत चिप उद्योग के लिए तैयार है जो नीतियों को सक्षम बनाने और विनिर्माण पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ाने के लिए सरकार के साथ काम करेगी।
By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Tue, 14 Mar 2023 04:49 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत में पहले सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन (फैब) प्लांट की जल्द ही घोषणा होने वाली है, केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि वह अगले तीन से चार वर्षों में भारत में एक जीवंत सेमीकंडक्टर उद्योग देखते हैं।
फोन निर्माण में दूसरे स्थान पर भारत
केंद्रीय मंत्री ने मंगलवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) पार्टनरशिप समिट 2023 में बोलते हुए कहा कि वर्तमान में इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण देश में लगभग 87 बिलियन डॉलर का उद्योग है। भारत फोन निर्माण के मामले में दूसरे स्थान पर जबकि निर्यात के मामले में तीसरे स्थान पर है।
इसके साथ ही सप्लाई चेन के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि वह एक पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने के लिए बहुत ही स्पष्ट रूप से निर्धारित नीतिगत ढांचे और एक सेमीकंडक्टर उद्योग बनाना चाहते हैं।
सेमीकंडक्टर उद्योग मे आगे भारत
वैष्णव ने यह भी कहा कि यह भारत में एक नया उद्योग है, जो रातोंरात नहीं आ सकता है। इसके लिए निरंतर प्रयास, जबरदस्त ध्यान और हितधारकों के साथ भारी जुड़ाव की आवश्यकता है। सेमीकंडक्टर उद्योग बनाने के मामले में भारत ने अब तक क्या किया है, इस बारे में बात करते हुए, मंत्री ने कहा कि चाहे वह गैस निर्माता हों, रासायनिक निर्माता हों या फोटो लिथोग्राफी उपकरण सप्लायर हों, इसने उद्योग में हर हितधारक के साथ आधार को छुआ है।अपनी बात पर कायम है भारत
मंत्री ने कहा कि भारत ने ‘कहने-करने का एक बहुत ही उच्च अनुपात’ स्थापित किया है, जहां हर हितधारक ने प्रतिक्रिया दी है कि देश अपनी बात पर कायम है और वह कर रहा है जो वह कह रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यह विश्वसनीयता पैदा कर रहा है और देश को लगभग विभक्ति बिंदु पर ले जा रहा है।
वैष्णव ने कहा कि भारत में कई अन्य हितधारक और अन्य सेमीकंडक्टर प्रतिभागी जिस तरह की दिलचस्पी दिखा रहे हैं, वह उद्योग और सरकार दोनों स्तरों पर जो काम कर रहा है। हमारा मानना है कि हमें अगले तीन से चार वर्षों में एक जीवंत सेमीकंडक्टर उद्योग दिखाई दे सकता है।