Jio यूजर्स के लिए बुरी खबर! बंद कर दिए गए ये दो टैरिफ प्लान; क्या है इसके पीछे की वजह जानें यहां...
जियो ने बीते गुरूवार बताया कि वह अपने प्लान की कीमतों में बढ़ोतरी करने जा रही है। ऐसे में दो ऐसे प्लान है जिन्हें रिमूव किया जा रहा है। हम 395 रुपये और 1559 वाले प्लान की बात कर रहे हैं। बता दें कि इन प्लान के साथ अनलिमिटेड डेटा का फायदा मिलता था। आइये जानते हैं कि कंपनी ने इन प्लान को क्यों बंद करने की योजना बनाई है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। जियो ने हाल ही अपने प्लान की कीमतों में कुछ बदलाव किए हैं। 3 जुलाई, 2024 को रिलायंस जियो अपने कई मोबाइल प्लान की कीमतों में बढ़ोतरी लागू करने जा रहा है। इस बढ़ोतरी की आशंका के चलते, कई उपयोगकर्ता कम दरों पर अपने पसंदीदा प्लान के साथ रिचार्ज करने के लिए दौड़ पड़े।
मगर इसके साथ ही जियो ने दो पॉप्युलर -395 रुपये और 1559 रुपये के प्लान को भी बंद करने की बात कही है। बता दें कि इस प्लान्स के साथ आनलिमिटेड डेटा की सुविधा मिलती थी। आइये जानते हैं कि जियो ने ये कदम क्यों उठाया।
जियो के ये प्लान हुए बंद
- जियो के 395 रुपये और 1559 रुपये वाले दोनों प्लान अनलिमिटेड 5G डेटा के साथ आते हैं। 395 रुपये के प्लान में 84 दिनों की वैलिडिटी मिलती है।
- वहीं 1559 रुपये के प्लान में 336 दिनों की वैधता मिलती है। ये प्लान उन्हें लोगों के लिए सही विकल्प है, जो मोबाइल डेटा पर निर्भर हैं।
यह भी पढ़ें - Jio Tariff Hikes: रिलायंस जियो ने यूजर्स को दिया झटका, महंगे किए टैरिफ प्लान, 3 जुलाई से होंगे लागू
क्यों बंद किए गए प्लान ?
- बता दें कि यूजर अभी भी अन्य प्रीपेड प्लान के साथ रिचार्ज कर सकते हैं और बाद में उपयोग के लिए अपने एक्टिवेशन को शेड्यूल कर सकते हैं, मगर 395 रुपये और 1559 रुपये के प्लान अब उपलब्ध नहीं हैं।
- जियो के इस कदम को राजस्व हानि से बचाव के लिए एक रणनीतिक उपाय के रूप में देखा जा सकता है।
- असीमित डेटा और लंबी वैधता अवधि के साथ आने वाले कंपनी के ये प्लान जियो के औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (ARPU) को प्रभावित कर सकते हैं, जो दूरसंचार कंपनियों के लिए एक प्रमुख मीट्रिक है।
टैरिफ बढ़ोतरी का प्रभाव
- आपको बता दें कि जियो की टैरिफ प्राइस हाइक स्पेक्ट्रम की अलग-अलग योजनाओं को प्रभावित करेगी। जैसे कि बेस 155 रुपये के प्लान में 22% की वृद्धि होगी और यह 189 रुपये का हो जाएगा।
- यह समग्र वृद्धि जियो के अपने ARPU को बढ़ाने और राजस्व धाराओं को अनुकूलित करने के इरादे को दर्शाती है।