BSNL विंग्स के बाद जियो भी लाएगा नई तकनीक, बिना नेटवर्क के भी कर सकेंगे कॉल
रिलायंस जियो ने वोल्टी के बाद वॉयस ओवर वाई-फाई सर्विस शुरू करने वाला है
By Harshit HarshEdited By: Updated: Sat, 07 Jul 2018 03:17 PM (IST)
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। रिलायंस जियो एक के बाद एक नई घोषणाएं करता जा रहा है। देश के पहले वॉयस ओवर एलटीई (VoLTE) सेवा की शुरुआत भी जियो ने ही की थी। इसके बाद वोडाफोन-एयरटेल जैसी कंपनियां इस तकनीक पर काम कर रहे हैं। रिलायंस जियो एक और नई तकनीक लाने जा रहा है, जिसकी मदद से यूजर्स अब कम सिग्नल में भी कॉल कर सकेंगे। जियो की इस तकनीक का नाम है, वॉयस ओवर वाई-फाई (VoWiFi)।
स्मार्टफोन के अलावा जियोफोन में भी करेगा काम रिलायंस जियो ने इस नई तकनीक के बारे में रिलायंस इंडस्ट्रीज के 41वें वार्षिक एजीएम मिटिंग में दी। इस तकनीक को लाने के लिए कंपनी ने सरकार को सूचित कर दिया है। इस नई तकनीक से कमजोर सिग्नल रहने पर भी बेहतर कॉलिंग का मजा लिया जा सकेगा। इस तकनीक से जुड़े लोगों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस फीचर की सुविधा स्मार्टफोन के साथ-साथ जियो के फीचर 4जी फोन जियोफोन और जियोफोन 2 में भी मिलेगी।
ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को होगा फायदा
आपको बता दें कि जियो के इस मुहिम का सीधा फायदा ग्रामीण क्षेत्रों में रह रहे लोगों को होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में टावर्स ज्यादा दूरी पर लगाए जाते हैं, ऐसे में फोन में कम सिग्नल रहता है। इस तकनीक के शुरू हो जाने के बाद से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को फायदा मिलेगा। जिससे जियोफोन को ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचाने में मदद मिलेगी। जियो ने पिछले साल लॉन्च हुए जियो 4जी फीचर फोन को 200 मिलियन यूजर्स (20 करोड़ यूजर्स) तक पहुंचा चुका है। भारत में अभी भी 500 मिलियन (50 करोड़) से भी ज्यादा फीचर फोन यूजर्स हैं। जियो का लक्ष्य उन यूजर्स को टारगेट करने का है।
बीएसएनएल ने की इंटरनेट टेलिफोनी की शुरुआत
इससे पहले बीएसएनएल ने इंटरनेट टेलिफोनी विंग्स की शुरुआत की है। इसकी मदद से बिना सिम के ही यूजर्स कॉल कर सकेंगे। जियो भी इसी दिशा में वाई फाई कॉलिंग सेवा पर काम कर रहा है, जिसमें यूजर्स पब्लिक वाई-फाई नेटवर्क का इस्तेमाल करके इंटरनेट कॉल कर सकेंगे। वहीं, दूर-दराज में रहने वाले यूजर्स और अंडरग्राउंड जगहों पर काम करने वाले लोगों को मोबाइल नेटवर्क की समस्या का सामना करना पड़ता है। इस सेवा के शुरू हो जाने के बाद से लोगों को नेटवर्क की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।