जल्द आ रहा है जियो सिम वाला लैपटॉप: 5 बड़ी बातें जो आपको जाननी चाहिए
खबरों के मुताबिक रिलायंस जियो के सिम वाले लैपटॉप में विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 835 प्रोसेसर लगा होगा।
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। भारतीय टेलीकॉम सेक्टर में अपनी एंट्री से तहलका मचाने वाली रिलायंस जियो अब लैपटॉप सेग्मेंट में अपना हाथ आजमाने जा रही है। भारत में 4G VoLTE और 4जी फीचर फोन की सफलता से उत्साहित जियो अब सिम कार्ड वाला लैपटॉप लॉन्च करने जा रही है। दरअसल रिलायंस जियो अपनी औसत राजस्व प्रति ग्राहक (ARPU) बढ़ाने के लिए लैपटॉप लॉन्च करने जा रही है। हम आपको रिलायंस जियो के सिम वाले लैपटॉप के बारे में 5 बड़ी बातें बताने जा रहे हैं, जिनकों पढ़ने के बाद आप जियो के महत्वकांक्षी परियोजना के बारे में सारी बातें समझ पाएंगे। हालांकि ये बातें हम रिपोर्ट्स के आधार पर बताने जा रहे हैं। तो जानतें हैं इन 5 बड़ी बातों के बारे में,
बिल्ट इन सेल्युलर कनेक्टिविटी: रिपोर्ट्स के मुताबिक जियो लैपटॉप बिल्ट इन सेल्युलर कनेक्टिविटी के साथ आएंगे। आसान भाषा में समझे तो जियो के लैपटॉप 4 जी सिम कार्ड को स्पोर्ट करेंगे।
क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 835 प्रोसेसर: रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका की चिप बनाने वाली दिग्गज कंपनी क्वालकॉम के साथ रिलायंस जियो की बात चल रही है। अफवाहों के मुताबिक जियो के सिम वाले लैपटॉप को पॉवर देने के लिए क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 835 चिपसेट लगा होगा। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि क्वालकॉम पहले से ही जियो के 4जी फोन के लिए साथ काम कर रही है।
विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम: रिपोर्ट्स की मानें तो रिलायंस जियो लैपटॉप विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम पर काम करेगा।
क्वालकॉम ने भरी हामी!
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक क्वालकॉम के प्रोडक्ट मैनेजमेंट के सीनियर डायरेक्टर Miguel ने बताया की ''हमने जियो से बात की है। कंपनी डिवाइस लेगी और उसकी कंटेंट और डाटा के साथ बंडलिंग करेगी।'' हालांकि जियो ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है।स्मार्ट्रोन से क्वालकॉम की हो रही है बात: रिपोर्ट्स की माने तो इसे लेकर क्वालकॉम की बात घरेलू ब्रांड स्मार्ट्रोन से भी हो रही है। स्मार्ट्रोन ने इस खबर की पुष्टि कर दी है।
भारत में आईफोन 6S Plus का ट्रायल प्रोडक्शन शुरू
दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों में से एक एप्पल ने अपने आईफोन 6S Plus का ट्रायल प्रॉडक्शन भारत में शुरू कर दिया है। आईफोन 6S प्लस का ट्रॉयल प्रोडक्शन बेंगलुरु में शुरू हो चुका है। घरेलू उत्पादन के चलते फोन की कीमतों में भी बदलाव देखने को मिलेगा।
क्या पड़ेगा असर?
आईफोन 6 प्लस स्मार्टफोन के भारत में उत्पादन से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। इसके साथ कीमतों में असर देखने को मिलेगा। यानी आसान भाषा में कहें तो भारतीयों के लिए ये दो तरफा फायदा है।
एप्पल के इस पहल से दूसरी कंपनियों पर क्या पड़ेगा असर?
दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों में से एक एप्पल का भारत में आईफोन SE के बाद आईफोन 6 Plus का उत्पादन करना, दूसरी बड़ी निर्माता कंपनियों को प्रोत्साहन देगा। भारत में उत्पादन करने से फोन की लागत कम होगी, जिससे फोन की भारत में बिक्री बढ़ेगी। ऐसे में आईफोन को कीमत के मामले में टक्कर देने के लिए दूसरी कंपनियों को अपना उत्पादन या तो भारत में करना होगा या फिर अपने फोन की कीमत घटानी पड़ेगी। ऐसे में अगर दूसरी कंपनियां भी भारत में उत्पादन शुरू करती हैं, तो यूजर्स को सस्ती कीमत के फोन तो मिलेंगे ही, साथ ही यूजर्स को रोजगार भी मिलेगा।
कीमतों में आएगी गिरावट: भारत में अब तक एप्पल का सिर्फ आईफोन SE मॉडल का प्रॉडक्शन होता था। इस कारण फोन की कीमत भारत में दूसरे फोन्स के मुकाबले सस्ती थी। वहीं बजट में किए गए बदलाव का असर आईफोन SE पर नहीं देखने को मिला, जहां फोन 20 फीसदी कस्टम ड्यूटी से अछूता रहा। जानकारों के मुताबिक भारत में आईफोन 6S के उत्पादन से इसके कीमत में करीब 5 से 7 फीसदी गिरावट आएगी।
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