Sanchar Saathi: सरकार की इस मुहिम की शुरुआत के साथ जानें इससे जुड़ी खास बातें
भारत सरकार ने हाल ही में अपनी नई पहल शुरू की है जिसकी मदद से देश वासी अपने खोए हुए फोन की शिकायत कर सकते हैं। इसको ब्लॉक कर सकते हैं या इसको वापस हासिल कर सकते हैं। आइये इससे जुड़ी जरूरी बातों के बारे में जानते हैं।
By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Wed, 17 May 2023 08:13 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। सरकार ने संचार साथी वेबसाइट को पूरे भारत में लेते हुए इसका दायरा बढ़ा दिया है। वेबसाइट को दूरसंचार विभाग (DoT) के तहत प्रौद्योगिकी विकास शाखा C-DoT द्वारा विकसित किया गया है। संचार साथी वेबसाइट दूरसंचार विभाग की एक नागरिक-केंद्रित पहल है, जिसका उद्देश्य मोबाइल ग्राहकों को सशक्त बनाना और सुरक्षा को मजबूत करना है।
C-DoT दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर पूर्व क्षेत्र सहित कुछ दूरसंचार सर्किलों में CEIR प्रणाली का प्रायोगिक संचालन कर रहा है। वेबसाइट फोन यूजर्स को अपने खोए हुए उपकरणों को ब्लॉक करने, ट्रैक करने, खरीदने से पहले डिवाइस की वास्तविकता की जांच करने आदि की अनुमति देती है।आइये , इससे जुड़ी खास बातों के बारे में जानते हैं।
खोए हुए या चोरी हुए फोन को ब्लॉक करें
संचार साथी वेबसाइट यूजर्स को अपने खोए हुए या चोरी हुए फोन को ब्लॉक करने की अनुमति देती है। यूजर्स के पास फोन के IMEI विवरण दर्ज करके खोए या चोरी हुए फोन की रिपोर्ट करने और इसे अस्थायी रूप से ब्लॉक करने का विकल्प होता है। एक बार फोन ब्लॉक हो जाने के बाद, यह अनुपयोगी हो जाएगा और पूरे भारत में किसी भी दूरसंचार सेवा प्रदाता के नेटवर्क पर काम नहीं करेगा।खोए/चोरी हुए फोन को ट्रैक करें
सीईआईआर मॉड्यूल, जो संचार साथी का एक हिस्सा है, खोए/चोरी हुए फोन को ब्लॉक करने के साथ-साथ उनका पता लगाने की सुविधा देता है। एक बार फोन ब्लॉक हो जाने के बाद, फोन को ट्रैक करने के लिए इसकी पता लगाने की क्षमता जनरेट हो जाती है।आपके द्वारा खरीदे गए फोन की सत्यता की जांच करें
संचार साथी वेबसाइट भी यूजर्स को यह जानने की अनुमति देती है कि जो फोन वे खरीद रहे हैं वह असली है या नहीं। यह यूजर्स को मॉडल के नाम के साथ उनके फोन के IMEI नंबर को सत्यापित करने देता है।