माइक्रोब्लागिंग प्लेटफार्म ट्विटर के और भी हैं विकल्प, जो देंगे Twitter को कड़ी टक्कर
माइक्रोब्लागिंग प्लेटफार्म ट्विटर पर अब एलन मस्क का राज है। हालांकि एलन मस्क के ट्विटर खरीदने के बाद से हर कोई खुश नहीं है। 44 अरब डालर में ट्विटर खरीदने के बाद से वह इसमें एक के बाद एक बदलाव कर रहे हैं।
By Jagran NewsEdited By: Sanjay PokhriyalUpdated: Wed, 16 Nov 2022 10:35 AM (IST)
संतोष आनंद। एलन मस्क द्वारा ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद से ही यह मंच सुर्खियों में है। उपभोक्ता नये सीईओ द्वारा किए जा रहे बदलावों की वजह से नाखुश दिखाई दे रहे हैं। यही वजह हैं कि मास्टोडन, कू जैसे माइक्रोब्लागिंग प्लेटफार्म के उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ने लगी है। यदि आप भी उन लोगों में से हैं, जो ट्विटर के विकल्प की तलाश कर रहे हैं, तो इन्हें आजमा सकते हैं...
लोकप्रिय माइक्रोब्लागिंग प्लेटफार्म ट्विटर पर अब एलन मस्क का राज है। हालांकि एलन मस्क के ट्विटर खरीदने के बाद से हर कोई खुश नहीं है। 44 अरब डालर में ट्विटर खरीदने के बाद से वह इसमें एक के बाद एक बदलाव कर रहे हैं। उनकी घोषणाओं से नाराज लोगों ने ट्विटर प्लेटफार्म को छोड़ना शुरू कर दिया है। खासकर ट्विटर खरीदने के बाद से मस्क इस माइक्रो ब्लागिंग प्लेटफार्म के उपयोग के लिए ऐसी घोषणाएं कर रहे हैं, जो शाही फरमान की तरह लग रहे हैं। इनमें लोगों को नौकरी से निकालने के साथ ‘ट्विटर ब्लू टिक' के लिए हर महीने आठ डालर शुल्क लेने की घोषणा भी शामिल है, हालांकि अब उन्होंने इसे वापस ले लिया है। इसके बावजूद ट्विटर की इन ताजा गतिविधियों को लेकर असंतुष्ट उपयोगकर्ता अन्य विकल्पों की तलाश करने लगे हैं।
कू माइक्रोब्लागिंग एप
यह स्वदेशी एप ट्विटर का अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। ट्विटर की तरह यह भी न्यूज और ओपिनियन शेयरिंग माइक्रोब्लागिंग प्लेटफार्म है। इसे ट्विटर का भारतीय वर्जन भी कह सकते हैं। यह मूल भाषा में राय या विचार साझा करने की सुविधा देता है। कू ने हाल ही में 50 मिलियन यानी 5 करोड़ डाउनलोड हासिल किए हैं। इस तरह यह दुनिया में उपलब्ध दूसरा सबसे बड़ा माइक्रो-ब्लाग बन गया है। फिलहाल यह 10 भाषाओं में मौजूद है। इस स्वदेशी एप का उपयोग वर्तमान में 100 से अधिक देशों के यूजर्स द्वारा किया जा रहा है। यहां पर ऐसी अधिकांश सुविधाएं मिलती हैं, जो ट्विटर पर मिलती रही हैं। आप इस मंच पर वीडियो या तस्वीरें साझा कर सकते हैं, पोल कर सकते हैं, लोगों को फालो कर सकते हैं, फीड पर दूसरों की राय देख सकते हैं, रुझानों की जांच कर सकते हैं और यहां तक कि हैशटैग भी बना सकते हैं। उपयोगकर्ता को कू पर 10 प्रोफाइल फोटो तक अपलोड करने की सुविधा मिलती है। यह एंड्रायड और आइओएस डिवाइस के लिए उपलब्ध है।
मास्टोडन
इन दिनों ट्विटर के विकल्प के तौर पर मास्टोडन की भी खूब चर्चा है। यह विकेंद्रीकृत ओपन-सोर्स इंटरनेट नेटवर्किंग प्लेटफार्म 2016 में शुरू हुआ था। एलन मस्क द्वारा आधिकारिक तौर पर ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद से लोग इस प्लेटफार्म की ओर रुख करने लगे हैं। बीसीसी के मुताबिक, इस इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के 6.55 लाख से ज्यादा यूजर्स हैं, लेकिन 2.30 लाख से ज्यादा तो सिर्फ पिछले सप्ताह ही इस प्लेटफार्म पर आए हैं। मास्टोडन भी कुछ-कुछ ट्विटर की तरह ही दिखता है। यहां भी ट्विटर की तरह ही पोस्ट लिख सकते हैं, जिसे 'टाट्स' कहा जाता है। यहां भी पोस्ट पर रिप्लाई, कमेंट्स किया जा सकता है। साथ ही, पोस्ट को लाइट और रीपोस्ट भी कर सकते हैं। यहां भी ट्विटर की तरह लोग एक-दूसरे को फालो कर सकते हैं। मगर इसके साथ एक खास बात यह है कि इसके काम करने का तरीका ट्विटर या फिर अन्य केंद्रीकृत मंच फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि से अलग है। यह भी एक कारण है कि लोग इस प्लेटफार्म की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। ट्विटर से अलग जब आप इस प्लेटफार्म पर साइनअप करते हैं, तो फिर सबसे पहले सर्वर चुनना होता है। इनमें बहुत सारे सर्वर हैं और ये थीम पर आधारित हैं, जैसे देश, शहर, अपनी रुचि आदि। हालांकि यह बहुत ज्यादा मायने नहीं रखता है, क्योंकि आप किसी भी सर्वर पर हों, एक-दूसरे उपयोगकर्ता का अनुसरण कर सकते हैं। मगर यह आपको एक शुरुआती कम्युनिटी देता है, जो आपकी रुचि से मिलते-जुलते ज्यादा पोस्ट करते हैं। यहां पर फिलहाल सभी सर्वर के अपने माडरेशन नियम हैं। मास्टोडन पर एकाउंट बनाना भी आसान है। यहां एंड्रायड और आइओएस पर एकाउंट बनाने की प्रक्रिया एक जैसी है। आपको केवल यूजरनेम, ईमेल एड्रेस और पासवर्ड डालना होगा। इसके बाद चेक बाक्स पर क्लिक करके कंपनी नियम और शर्तों को मानना होगा।टंबलर
टंबलर काफी समय से हमारे बीच मौजूद है। यह भी ट्विटर का एक विकल्प हो सकता है। ट्विटर के अधिग्रहण के बाद इसके यूजर्स की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी गई है। सीजन टावर के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, 27 अक्टूबर से सात नवंबर तक 12 दिनों में टंबलर को वैश्विक स्तर पर अमेरिका की तुलना में अधिक वृद्धि मिली। दुनियाभर में टंबलर इंस्टाल 1,70,000 से 77 प्रतिशत बढ़कर 3,01,000 हो गया है। बता दें कि टंबलर को 2005 में डेविड कार्प ने लांच किया था। यह एप ब्लागर्स के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। टंबलर इंटरनेट ब्लागिंग एप के माध्यम से फोटो, वीडियो, लिंक आदि साझा कर सकते हैं। एप लांच करने पर लागइन/साइन-अप स्क्रीन पाप अप हो जाती है। इसे लैंडस्केप मोड में भी लागइन कर सकते हैं। एक बार जब लागइन कर लेते हैं, तो डैशबोर्ड टाप मेनू बार के साथ दिखाई देता है। ब्लाग और पोस्ट तेजी से लोड होते हैं। फोटो ब्राउजिंग एक्सपीरियंस भी बेहतर है।