खुशखबरी: मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी में अब सप्ताह नहीं, कुछ घंटे लगेंगे
ट्राई के चेयरमैन आर. एस. शर्मा ने कहा कि संस्था एमएनपी की पूरी प्रक्रिया को बदलना और उसे ग्राहकों के लिए तेज और आसान बनाना चाहती है।
नई दिल्ली (प्रेट्र)। मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी बदलने यानी मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) में अब उतना समय नहीं लगेगा, जितना लग रहा है। जिस तरह ट्राई ने कुछ समय पहले एमएनपी का शुल्क 19 रुपये से घटाकर चार रुपये कर दिया था, उसी तरह अब इस प्रक्रिया के तहत लगने वाले समय को घटाने की तैयारी है।
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के चेयरमैन आर. एस. शर्मा ने कहा कि संस्था एमएनपी की पूरी प्रक्रिया को बदलना और उसे ग्राहकों के लिए तेज और आसान बनाना चाहती है। इस महीने के अंत तक परामर्श पत्र जारी किया जाएगा। गौरतलब है कि वर्तमान में मोबाइल ग्राहकों को मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनी बदलने में करीब हफ्ते भर का वक्त लग जाता है, जबकि वैश्विक स्तर पर इस प्रक्रिया में महज कुछ घंटे लगते हैं।
शर्मा ने कहा, ‘एमएनपी की प्रक्रिया में तेजी के लिए हम इस महीने के अंत तक परामर्श पत्र जारी करेंगे। इसका मकसद एमएनपी में लगने वाली मौजूदा अवधि को कम करना और पूरी प्रक्रिया को सरल बनाना है।’ गौरतलब है कि एमएनपी के तहत मोबाइल फोन धारक अपना फोन नंबर बदले बिना सेवा प्रदाता कंपनी बदल सकते हैं। इतना ही नहीं, वे एक ही मोबाइल सेवा प्रदाता के तहत सर्किल बदलने के लिए भी एमएनपी का उपयोग कर सकते हैं।नंबर पोर्टेबिलिटी में अब सप्ताह नहीं, घंटे लगेंगे
डीटीएच पोर्टेबिलिटी भी जल्द होगी शुरू
मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के बाद अब आप केबल सर्विस भी पोर्ट करा पाएंगे। अगर आप अपने केबल सेवा प्रदाता से संतुष्ट नहीं है या उसके मासिक प्लान्स के लिए आप अधिक राशि अदा करते हैं तो अब चिंता की कोई बात नहीं है। अब आपको केबल सर्विस बदलवाने के लिए सेट टॉप बॉक्स आदि बदलवाने की झिक-झिक नहीं करनी पड़ेगी। जल्द ही मोबाइल ऑपरेटर्स की ही तरह डीटीएच और केबल ऑपरेटर्स को भी पोर्ट किया जा सकेगा। इससे आपको कोई भी सेवा प्रदाता चुनने की आजादी मिलेगी।