5G के इस्तेमाल से होती है अधिक बैटरी की खपत, इन प्रोसेसर की मदद से दूर हो सकती है समस्या
बीते साल यानी 2022 में भारत सरकार ने 5G को लॉन्च किया। जिसके बाद जियो एयरटेल ने भी अपने यूजर्स के लिए 5G सेवा को शुरू कर दिया है। ऐसे में यूजर्स के लिए लोगों ने भी इसे अपनाया है। फिलहाल नई आई रिपोर्ट के अनुसार 5G का इस्तेमाल करने से 4G LTE के तुलना में अधिक बैटरी की खपत होती है। कुछ प्रोसेसर से ये समस्या कम होती है।
By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Tue, 11 Jul 2023 12:37 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। अपने लॉन्चे साथ ही 5G ने लोगों में तकनीकी एक नई लहर ला दी है। इतना ही नहीं कंपनियों ने भी इसको आजनाने और अपनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। फिलहाल एक नई रिसर्च में पता चला है कि 5G के साथ बैटरी खपत बढ़ जाती है।
Ookla स्पीडटेस्ट इंटेलिजेंस के हालिया विश्लेषण ने स्मार्टफोन की बैटरी लाइफ पर 5G नेटवर्क के प्रभाव पर प्रकाश डाला है। नए अध्ययन से पता चलता है कि 5G नेटवर्क का उपयोग करने वाले यूजर्स को 4G-LTE का उपयोग करने वालों की तुलना में अधिक बैटरी खपत का अनुभव होता है। इनके उपकरणों में सिस्टम ऑन चिप (SoC) के आधार पर 6% से 11% के बीच बैटरी खपत होती है।
सबसे बेहतर है स्नैपड्रैगन चिपसेट
Android सिस्टम ऑन चिप (SoC) में, क्वालकॉम का स्नैपड्रैगन सबसे कुशल बनकर उभरा है। क्वालकॉम का लेटेस्ट फ्लैगशिप SoC, स्नैपड्रैगन 8 Gen 2, विश्लेषण में सभी SoCs के बीच सबसे कम बैटरी खपत दर्शाता है, जो 5G पर यूजर्स के लिए 31% और 4G-LTE पर 25% रिकॉर्ड करता है।रिपोर्ट में मिली जानकारी
अध्ययन में नए फ्लैगशिप SoCs में देखे गए बैटरी प्रदर्शन में सुधार पर भी प्रकाश डाला गया है। जबकि 4G-LTE और 5G के बीच बैटरी खत्म होने में असमानता समय के साथ कम होती नहीं दिख रही है। क्वालकॉम, मीडियाटेक, सैमसंग और गूगल की SoC की पीढ़ियां अपने पूर्ववर्तियों की तुलना में बढ़ी हुई बैटरी दक्षता दिखाती हैं।उदाहरण के लिए मीडियाटेक का लेटेस्ट फ्लैगशिप SoC, डाइमेंसिटी 9200 प्रोसेसर 5G का उपयोग करते समय 34% की बैटरी ड्रेन प्रदर्शित करता है, जबकि इसकी पिछली पीढ़ी, डाइमेंसिटी 9000 ने 45% की बैटरी ड्रेन दर्ज की है।