इस नई तकनीक से घने कोहरे में दिखेगा साफ, सरपट दौड़ा सकेंगे गाड़ियां
IIT कानपुर ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है, जिसकी मदद से आप कोहरे में साफ देख सकेंगे
By Harshit HarshEdited By: Updated: Wed, 05 Sep 2018 11:18 AM (IST)
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। हर साल दिसंबर-जनवरी की कड़कड़ाती सर्दी में घने कोहरे के बीच रेल, सड़क और एयर ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित होना कोई नई बात नहीं है। कानपुर आईआईटी ने एक ऐसी तकनीक विकसित की है, जिसकी मदद से आप मोबाइल के साधारण कैमरे से आने वाले रियल टाइम फोटो की मदद से घने कोहरे में भी साफ देख सकेंगे। यह तकनीक घने कोहरे में खींची हुई फोटो को प्रोसेस करके साफ तस्वीर दिखाती हैं।
फोटो को प्रोसेस करने में इंफ्रारेड का होता है इस्तेमाल आईआईटी कानपुर के इस प्रोजेक्ट का हिस्सा रहे रिसर्चर के मुताबिक, अब तक कोहरे के दूसरी तरफ देखने के लिए अल्ट्रावॉयलेट या इन्फ्रारेड विजन वाले उपकरणों का प्रयोग होता है। तकनीकी प्रक्रिया से गुजर कर सामने आई तस्वीरों में रंग फीके पड़ जाते हैं। वास्तविक दृश्य के मुकाबले तस्वीर में बनावट संबंधी कई जानकारियां मिट जाती हैं। इन उपकरणों का प्रयोग काफी महंगा पड़ता है। घने कोहरे में इनकी कार्य क्षमता में भी गिरावट आ जाती है।
इस तरह काम करता है तकनीकजब किसी तस्वीर को आप कोहरे में क्लिक करते हैं तो इसमें काफी धुंध (सफेद रंग के तौर पर) नजर आती है। यह धुंध तस्वीर में हर जगह अलग होती है। सब कुछ इस बात पर निर्भर करता है कि तस्वीर कितनी दूरी से क्लिक की गई है। उदाहरण के तौर पर दूर और नजदीक से देखने पर कई बार चीजों के रंग में अंतर नजर आता है। कलर यूनिफॉर्मिटी प्रिसिंपल यानी रंगों की एकरूपता के सिद्धांत के तहत मैप (तस्वीर) का आकलन करने के बाद मौसम में फैली धुंध का कुछ ही पलों में अंदाजा लगाया जाएगा। इसके बाद तेजी से काम करने वाले फिल्टर्स की मदद से तुरंत मैप का आकलन होगा। इस मैप की मदद से वातावरण और मौजूद प्रकाश का दोबारा आकलन कर तस्वीर से धुंध हट जाएगी और प्रयोगकर्ता इसे देख सकेगा। यह ‘रियल टाइम डी-हेजिंग सॉल्यूशन’ वर्तमान में इस्तेमाल की जा रही तकनीकों से 6 गुना तेज काम करेगा।