चैटजीपीटी दिखाएगा 101 साल पुराना कॉन्टेंट, OpenAI ने की Time Magazine के साथ पार्टनरशिप
ओपनएआई ने टाइम मैगजीन के साथ साझेदारी की है। अब चैटजीपीटी यूजर्स को टाइम मैगजीन के 101 साल पुराने कॉन्टेंट को भी दिखाएगा। ऐसा करके ओपनएआई चैटजीपीटी सहित अपने सभी प्रोडक्ट को बेहतर बनाना चाहता है। समझौते की शर्तों के तहत ओपनएआई अपने बड़े भाषा मॉडल को ट्रेन करने और बेहतर तरीके से जवाब देने के लिए टाइम की मौजूदा और ऐतिहासिक सामग्री का उपयोग करने में सक्षम होगा।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। चैटजीपीटी मेकर ओपनएआई अपने चैटबॉट को बेहतर बनाने के लिए लगातार काम कर रहा है। अब OpenAI ने दुनिया की प्रतिष्ठित टाइम मैगजीन के साथ साझेदारी की है। इसका मकसद चैटजीपीटी को बेहतर प्लेटफॉर्म बनाना है। कहा गया है कि ऐसा करने से चैटजीपीटी को 101 साल पुराने आर्काइव मिलेंगे।
चैटजीपीटी होगा बेहतर
यानी, 101 साल पुरानी किसी घटना के बारे में चैटजीपीटी काफी बेहतर तरीके से बता पाएगा। मंगलवार 27 जून को कहा गया कि इस साझेदारी को करने का मकसद ओपनएआई के सभी प्रोडक्ट को टाइम मैगजीन के कॉन्टेंट के साथ बेहतर बनाना है।
यूजर्स को मिलेंगे सटीक जवाब
रिपोर्ट के मुताबिक, ओपनएआई टाइम मैगजीन के 101 साल पुराने कॉन्टेंट को चैटजीपीटी यूजर्स को दिखाएगा। समझौते की शर्तों के तहत ओपनएआई अपने बड़े भाषा मॉडल को ट्रेन करने और बेहतर तरीके से जवाब देने के लिए तैयार करने के मकसद से पिछले 101 वर्षों से टाइम की मौजूदा और ऐतिहासिक सामग्री का उपयोग करने में सक्षम होगा।मिशन को आगे बढ़ाना मकसद
इस साझेदारी के बारे में बात करते हुए टाइम के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर मार्क हॉवर्ड ने कहा कि हमारा मकसद ओपनएआई के साथ मिलकर विश्वसनीय जानकारी को लोगों तक पहुंचाना है। ये साझेदारी हमारे मिशन को आगे बढ़ाती है। हम सालों से पाठकों के एक्सपीरियंस को बेहतर करने के लिए काम कर रहे हैं। हम वैश्विक स्तर पर दर्शकों तक टाइम की पत्रकारिता को पहुँचाने के लिए नए-नए तरीके अपनाते रहते हैं।
यह साझेदारी ऐसे समय में हुई है जब चैटजीपीटी पर कई पब्लिकेशन्स उसके कॉन्टेंट को कॉपी करने का आरोप लगा चुके हैं। इसके बाद कंपनी ने कई मुख्य पब्लिशर्स के साथ साझेदारी भी की। इसमें प्रमुख तौर पर टाइम मैग्जीन के साथ साझेदारी शामिल है।