Facebook का इस्तेमाल नहीं कर रहा यूजर को मानसिक रूप से बीमार; रिसर्च का दावा
मेटा के पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक का इस्तेमाल दुनिया भर में करोड़ो यूजर्स द्वारा किया जाता है। अगर आप भी फेसबुक का इस्तेमाल करते हैं तो फेसबुक को लेकर हुई नई स्टडी के बारे में जानना चाहिए। फेसबुक को लेकर एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि फेसबुक का इस्तेमाल यूजर्स के लिए किसी तरह की कोई मानसिक बीमारी पैदा नहीं करता।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। मेटा के पॉपुलर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक का इस्तेमाल दुनिया भर में करोड़ो यूजर्स द्वारा किया जाता है। ऐसे में फेसबुक को लेकर एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि फेसबुक का इस्तेमाल यूजर्स के लिए किसी तरह की कोई मानसिक बीमारी पैदा नहीं करता।
दरअसल, फेसबुक को लेकर इस तरह का दावा ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की स्टडी में हुआ है। सबसे बड़े और स्वतंत्र वैज्ञानिक अध्ययनों में से एक माने जा रहे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के इस अध्ययन में फेसबुक को लेकर कई बड़े दावे किए गए हैं।
ऑक्सफोर्ड इंटरनेट इंस्टीट्यूट ने किया फेसबुक को लेकर नया दावा
ऑक्सफोर्ड इंटरनेट इंस्टीट्यूट (Oxford Internet Institute ) द्वारा किए गए इस अध्ययन में 12 वर्षों में 72 देशों के लगभग दस लाख लोगों के स्वास्थ्य संबंधी डेटा का इस्तेमाल किया गया। इसके साथ ही अध्ययन के लिए दुनिया भर के अलग-अलग देशों में रहने वाले फेसबुक यूजर्स के ऐप यूसेज डेटा(actual individual usage data) का भी इस्तेमाल हुआ।
इस रिसर्च में शोधकर्ताओं को फेसबुक के लगातार इस्तेमाल से मानसिक स्वास्थ्य पर नेगेटिव प्रभाव के सबूत नहीं मिले।ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के इस अध्ययन को प्रोफेसर Andrew Przybylski और Matti Vuorre लीड कर रहे थे।
रिसर्च पेपर में कहा गया है कि फेसबुक को लेकर मानसिक असंतुलन की जानकारियां पूरी तरह से काल्पनिक हैं। इस दावों को हकीकत से कोई वास्ता नहीं मिलता।
फेसबुक का इस्तेमाल और मानसिक विकास
रिसर्च पेपर में कहा गया है कि फेसबुक के नकारात्मक प्रभाव के सबूत न मिलने से यह यूजर के लिए मानसिक विकास के पक्ष में भी नहीं जाता है।
सबसे बेहतरीन ग्लोबल डेटा सोशल मीडिया के बढ़ते इस्तेमाल को सपोर्ट नहीं करता है।
रिसर्च में फेसबुक भी रहा शामिल
ऑक्सफोर्ड इंटरनेट इंस्टीट्यूट (Oxford Internet Institute ) ने जानकारी देते हुए कहा है कि फेसबुक से जुड़ी इस रिसर्च में फेसबुक की कंपनी को भी शामिल किया गया था। हालांकि, फेसबुक ने रिसर्च के लिए किसी तरह का फंड नहीं दिया, यह सिर्फ कंपनी की ओर से डेटा की जानकारियों की जरूरत के लिए था।