Telegram के सीईओ के खिलाफ प्रारंभिक आरोप दायर, फ्रांस छोड़ने पर लगी रोक
अभियोजक कार्यालय ने कहा कि उनके खिलाफ पहला प्रारंभिक आरोप एक संगठित समूह द्वारा अवैध लेनदेन की अनुमति देने के लिए ऑनलाइन प्लेटफार्म के प्रबंधन में मिलीभगत के लिए था। यह ऐसा अपराध है जिसके लिए 10 साल तक जेल और 500000 यूरो का जुर्माना हो सकता है। फिलहाल मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। इनके अभी फ्रांस से बाहर जाने पर रोक लगा दी गई है।
पेरिस, एपी। फ्रांसीसी अधिकारियों ने मैसेजिंग ऐप पर कथित आपराधिक गतिविधि की अनुमति देने के लिए बुधवार को टेलीग्राम के सीईओ पावेल दुरोव पर प्रारंभिक आरोप दायर किए और आगे की जांच होने तक उनके फ्रांस छोड़ने पर रोक लगा दी है। पेरिस अभियोजक के कार्यालय के अनुसार जांच न्यायाधीशों ने बुधवार रात प्रारंभिक आरोप दायर किए और उन्हें 50 लाख यूरो की जमानत राशि का भुगतान करने और सप्ताह में दो बार पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करने का आदेश दिया।
500,000 यूरो का जुर्माना हो सकता है
उन्हें कुछ खास घंटों में घर पर रहना होगा। हालांकि, यह जानकारी नहीं दी गई कि वह कहां रहेंगे या दिन में कितने घंटे घर पर रहना होगा। अभियोजक कार्यालय ने कहा कि उनके खिलाफ पहला प्रारंभिक आरोप एक संगठित समूह द्वारा अवैध लेनदेन की अनुमति देने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के प्रबंधन में मिलीभगत के लिए था। यह ऐसा अपराध है, जिसके लिए 10 साल तक जेल और 500,000 यूरो का जुर्माना हो सकता है।
फ्रांसीसी कानून के तहत प्रारंभिक आरोपों का मतलब है कि मजिस्ट्रेट के पास यह मानने का मजबूत कारण है कि अपराध हुआ है, लेकिन आगे की जांच के लिए अधिक समय दिया जाता है।
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लंबी चली पूछताछ
अभियोजकों ने इस संभावना को खारिज नहीं किया कि अन्य लोगों की जांच की जा रही है, लेकिन अन्य संभावित गिरफ्तारी वारंट पर टिप्पणी से इन्कार कर दिया। दुरोव के वकील डेविड ओलिवियर कामस्की ने कहा कि यह सोचना पूरी तरह से बेतुका है कि इंटरनेट नेटवर्क के प्रभारी को उन आपराधिक कृत्यों में फंसाया जा सकता है, जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से उससे संबंधित नहीं हैं। दुरोव को शनिवार को पेरिस में हिरासत में लिया गया था। उन्हें चार दिनों की पूछताछ के बाद बुधवार को रिहा कर दिया गया था।
दुरोव के खिलाफ आरोपों में उनके प्लेटफार्म टेलीग्राम का उपयोग बाल यौन शोषण सामग्री और मादक पदार्थों की तस्करी के लिए किया जाना और टेलीग्राम की ओर से जांचकर्ताओं के साथ जानकारी या दस्तावेज साझा करने से इन्कार करना है। इस बीच, क्रेमलिन ने गुरुवार को कहा कि पावेल दुरोव का मामला राजनीतिक उत्पीड़न में नहीं बदलना चाहिए।ये भी पढ़ें- क्या भारत में भी बैन होगा टेलीग्राम? सरकार ने शुरू की जांच; गलत गतिविधियों को बढ़ावा देने का आरोप