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देश में असेंबल होने वाले प्रीमियम स्मार्टफोन होंगे सस्ते, विदेश से आने वाले पार्ट्स पर टैक्स घटाने की तैयारी

भारत हाई-एंड मोबाइल फोन के उत्पादन के लिए जरूरी कम्पोनेट पर इम्पोर्ट ड्यूटी में कटौती पर विचार कर रहा है। इसे 1 फरवरी को यूनियन बजट में शामिल किया जा सकता है। हालाकि यह स्पष्ट नहीं था कि मंत्रालय के प्रस्ताव में कितने घटक शामिल हैं। कटौती पर निर्णय वित्त मंत्रालय तब लेंगी जब वह बजट को अंतिम रूप देंगी।

By Agency Edited By: Ankita Pandey Updated: Fri, 12 Jan 2024 12:01 PM (IST)
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विदेश से आने वाले पार्ट्स पर टैक्स घटाने की तैयारी

रॉयटर्स , नई दिल्ली। भारत मोबाइल फोन प्रोडक्शन के लिए इस्तेमाल होने वाले कम्पोनेंट पर इम्पोट ड्यटी को कम करने पर विचार कर रहा है। बता दें कि दो सरकारी अधिकारियों ने कहा कि भारत हाई-एंड मोबाइल फोन के उत्पादन के लिए जरूरी कम्पोनेट पर इम्पोर्ट ड्यूटी में कटौती पर विचार कर रहा है, जो एपल जैसी कंपनियों और देश के निर्यात को बढ़ावा देगा।

इस क्षेत्र की कंपनियां भारत में स्मार्टफोन बनाने की लागत को कम करने और चीन और वियतनाम जैसे क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धियों के साथ समान स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने के लिए लगभग एक दर्जन कंपोनेंट में कटौती पर जोर दे रही हैं।

यूनियन बजट में पेश होगा प्रस्ताव

  • एक अधिकारी ने कहा कि भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय शुल्क में कटौती को बढ़ाने के साथ इसे मजबूत कर रहा है।
  • उम्मीद है कि इसे 1 फरवरी को यूनियन बजट में शामिल किया जा सकता है। हालाकि यह स्पष्ट नहीं था कि मंत्रालय के प्रस्ताव में कितने घटक शामिल हैं।
  • अधिकारियों ने यह भी कहा कि कटौती पर निर्णय वित्त मंत्रालय तब लेंगी जब वह बजट को अंतिम रूप देंगी।
  • भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और Apple ने इसपर कोई टिप्पणी नहीं दी है। इसके अलावा यह बात भी सामने आई कि हाई-एंड फोन के लिए कैमरा पार्ट्स जैसे घटक पर इम्पोर्ट ड्यूटी कर करने का प्रस्ताव भी बजट में शामिल किया जाएगा।

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कैमरा मॉड्यूल और चार्जर के शुल्क में कटौती

  • उद्योग निकाय इंडिया सेल्युलर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स एसोसिएशन (ICEA) के अनुसार, कैमरा मॉड्यूल और चार्जर जैसे मोबाइल फोन कम्पोनेंट पर इम्पोर्ट ड्यूटी पर इंडस्टी वर्तमान में 2.5% से 20% तक कटौती की मांग कर रहा है।
  • इसमें कहा गया है कि चीन, वियतनाम, मैक्सिको और थाईलैंड सहित छह मैन्युफ्रैक्चरिंग देशों में भारत की लेवी सबसे अधिक है। इसमें कहा गया है कि जब तक इन्हें कम नहीं किया जाता, भारत के मोबाइल फोन निर्यात की वृद्धि धीमी हो सकती है।

2023-24 वित्तीय वर्ष में निर्यात में बढ़ोतरी

  • उद्योग के आंकड़ों के अनुसार, स्थानीय मैन्युफ्रैक्चरिंग को सपोर्ट करने के लिए सरकारी प्रोत्साहन से मदद मिली, पिछले वित्तीय वर्ष 2022/23 में निर्यात एक साल पहले की तुलना में दोगुना होकर 11.1 बिलियन डॉलर हो गया।
  • उद्योग को उम्मीद है कि 2023/24 वित्तीय वर्ष में निर्यात बढ़कर 15 अरब डॉलर हो जाएगा। भारत में एपल के अलावा मोबाइल फोन निर्यातकों में दक्षिण कोरिया की सैमसंग और चीन स्थित Xiaomi शामिल हैं।

भारत में असेंबल होते हैं आईफोन

  • Apple iPhones वर्तमान में भारत में असेंबल किए जाते हैं, लेकिन तकनीकी दिग्गज चीन से दूर अपने मैन्युफ्रैक्चरिंग में विविधता लाने के लिए iPad और AirPods उत्पादन में भी विस्तार करना चाह रहे हैं।
  • पिछले साल, भारत के व्यापार मंत्री ने कहा था कि एपल भारत में अपने मैन्युफ्रैक्चरिंग को अपने वैश्विक कुल का 25% तक बढ़ाना चाहता है और सूचना प्रौद्योगिकी के एक उप मंत्री ने कहा था कि कंपनी अगले कुछ वर्षों में निर्यात के साथ-साथ देश में निवेश को दोगुना या तिगुना कर सकती है। .
  • 2023/24 के वार्षिक बजट में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत में असेंबल किए गए हाई-एंड मोबाइल फोन की संख्या बढ़ाने की कोशिश के लिए मोबाइल कैमरा फोन के चुनिंदा हिस्सों पर 2.5% सीमा शुल्क हटा दिया।

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