PUBG Mobile Ban: भारत और नेपाल के बाद अब इस देश के लोग भी नहीं खेल पाएंगे यह गेम
PUBG Mobile को सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
By Sakshi PandyaEdited By: Updated: Wed, 17 Apr 2019 11:01 AM (IST)
नई दिल्ली (टेक डेस्क)। PUBG Mobile को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। यह सिर्फ भारत के लिए ही नहीं है, बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर भी इस गेम को बैन किए जाने की खबरें तेज हो गई हैं। आपको बता दें कि कई जगहों पर इस गेम को बैन कर दिया गया है और कई जगह होने वाले हैं। खासतौर से पेरेंट्स इस गेम को बैन करने की मांग कर रहे हैं। पेरेंट्स की मांग पर PUBG को गुजरात में बैन कर दिया गया था। अब UAE में भी ऐसा होने वाला है। पॉपुलर बैटल रॉयल गेम PUBG Mobile पर भारत में कई जगह पर बैन कर दिया गया है। इसके बाद इसे नेपाल में भी बैन किया गया है। अब खबर है की इराक में भी इसे बैन करने की बात चल रही है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस मुद्दे को इराकी पार्लियामेंट द्वारा उठाया गया है। पार्लियामेंट द्वारा एक ड्राफ्ट लॉ सब्मिट किया गया है। इसमें लिखा है की PUBG लोगों की दिमाग पर बुरा प्रभाव डाल रहा है। इसी के साथ इस गेम को बैन करने को लेकर मांग की गई है। कमेटी की हेड Sameaa ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा की - यूथ और बच्चों के बीच कमेटी इस इलेक्ट्रॉनिक गेम के बढ़ते क्रेज को लेकर परेशान है। यह गेम इराकी कम्युनिटी पर बूरा प्रभाव डाल रहा है और लोगों में हिंसा की मानसिकता पैदा कर रहा है।
PUBG खेलने के शौकीन आप में कई लोग होंगे, लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि PUBG से जुड़ी एक्सेसरीज ई-कॉमर्स पोर्टल अमेजन पर उपलब्ध कराई जाती हैं। अगर आप PUBG के शौकीन हैं तो अमेजन पर जाकर इन्हें खरीद सकते हैं।
इससे पहले इस गेम को नेपाल की फेडरल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी द्वारा बैन किया गया है। अथॉरिटी ने ISP, मोबाइल प्रोवाइडर्स और नेटवर्क सेवा प्रदाताओं को PUBG को ब्लॉक करने के लिए बोल दिया था। इस कदम के लिए अथॉरिटी ने पुख्ता कारण दिए। अथॉरिटी को कई पेरेंट्स की शिकायत आई की इससे बच्चों की पढाई और उनके व्यवहार दोनों पर बुरा असर पड़ रहा है।
इससे पहले इस गेम को नेपाल की फेडरल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी द्वारा बैन किया गया है। अथॉरिटी ने ISP, मोबाइल प्रोवाइडर्स और नेटवर्क सेवा प्रदाताओं को PUBG को ब्लॉक करने के लिए बोल दिया था। इस कदम के लिए अथॉरिटी ने पुख्ता कारण दिए। अथॉरिटी को कई पेरेंट्स की शिकायत आई की इससे बच्चों की पढाई और उनके व्यवहार दोनों पर बुरा असर पड़ रहा है।