Jagran Explainer: क्या 6G आने से खत्म हो जाएंगे स्मार्टफोन? जानें इसमें कितनी है हकीकत
6G टेक्नोलॉजी का एडॉप्शन भारत जैसे देश में कई चरणों में होगा। साथ ही टेक्नोलॉजी एडॉप्टर जैसे स्मार्ट ग्लास का भी एडॉप्शन शहरों से फिर छोटे नगरों और फिर गावों की तरफ से शिप्ट आएगा। आइए जानते हैं पूरी रिपोर्ट
By Saurabh VermaEdited By: Updated: Sun, 05 Jun 2022 10:10 AM (IST)
नई दिल्ली, सौरभ वर्मा। इन दिनों चर्चा है कि क्या 6G आने से मोबाइल फोन का खात्मा हो जाएगा और वो इतिहास का हिस्सा बन जाएंगे? यह सवाल दावोस में चल रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में उठा, जहां नोकिया (Nokia) के सीईओ Pekka Lundmark ने कहा कि साल 2030 तक 6G की एंट्री हो जाएगी, उस वक्त तक स्मार्टफोन कॉमन इंटरफेस नहीं रहेंगे। बस, इसी बयान के बाद साल 2030 तक स्मार्टफोन के कबाड़ होने की खबरें चलाई जा रही हैं। लेकिन इसमें कितनी हकीकत है? आइए जानते हैं?
आधा हकीकत आधा फसाना भारत जैसे देश में मौजूदा वक्त में 4G कनेक्टिविटी मौजूद है। ऐसी संभावना है कि साल 2023 में 5G सर्विस शुरू की जा सकती है। जबकि 6G की शुरुआत साल 2030 तक हो सकती है। अगर बात भारत की करें, तो यहां 3G और 4G सर्विस दोनों सुचारू रुप से चल रही हैं। जबकि 5G के आने के बाद भी 4G सर्विस जारी रहेगी। जहां भारत जैसे देश में जहां आज भी करीब 32 करोड़ लोग फीचर फोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में भारत जैसे देश में साल 2030 तक स्मार्टफोन की जरूरत खत्म होने की बात में आधी हकीकत और आधा फसाना है।
कम होगी लेकिन खत्म नहीं होगी स्मार्टफोन पर निर्भरता मौजूदा वक्त में महंगी स्मार्टवॉच में स्मार्टफोन के ज्यादातर काम किए जा सकते हैं, कॉलिंग, मैसेजिंग जैसे सभी तरह के कामकाज स्मार्टवॉच से संभव है। ऐसे में स्मार्टवॉच पर निर्भरता कम हो गई है। इसी तरह स्मार्टफोन ग्लास की एंट्री के साथ ही स्मार्टफोन पर निर्भरता पहले से और कम हो जाएगी. लेकिन स्मार्टफोन की जरूरत पूरी तरह से खत्म हो जाएगी, या फिर सभी स्मार्टफोन कबाड़ हो जाएंगे। ऐसा बिल्कुल भी नहीं होने वाला है।
कई चरणों में होगा टेक्नोलॉजी का एडॉप्शन6G टेक्नोलॉजी का एडॉप्शन भारत जैसे देश में कई चरणों में होगा। साथ ही नई टेक्नोलॉजी जैसे स्मार्ट ग्लास का भी एडॉप्शन महानगरों से छोटे शहरों से नगरों की तरफ होगा। इसके बाद स्मार्ट ग्लास टेक्नोलॉजी का गावों की तरफ से शिप्ट आएगा, जिसमें लंबा वक्त लग सकता है।क्या कहते हैं आंकड़े
- दुनियाभर में मौजूदा वक्त में 6.68 बिलियन स्मार्टफोन मौजूद हैं।
- मौजूदा वक्त में दुनिया की कुल आबादी की 83.72 फीसदी के पास स्मार्टफोन हैं।
- दुनिया में 7.26 बिलियन लोगों के पास मोबाइल फोन मौजूद हैं, जिनकी आबादी करीब 91.54 फीसदी है।
- दुनिया में 10.57 बिलियन IoT सेलुलर कनेक्शन्स हैं, जबकि दुनिया की कुल आबादी 7.93 बिलियन है।
- 2017 - 4.4 बिलियन
- 2018 - 5.0 बिलियन
- 2019 - 5.6 बिलियन
- 2020 - 6.0 बिलियन
- 2021 - 6.3 बिलियन
- 2022 - 6.6 बिलियन
- स्मार्टफोन यूजर - 1.38 बिलियन
- फीचर फोन यूजर - 439.42 मिलियन