क्यों छिड़ी है Samsung के खिलाफ तकरार, खुद के ही कर्मचारी कर रहे हल्ला-बोल
सैमसंग के कर्मचारी कंपनी की पॉलिसियों से खफा हैं। पिछले तीन दिनों से कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। टेक दिग्गज के खिलाफ अपने ही देश में हो रहे प्रदर्शन में नेशनल सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स यूनियन (NSEU) के हजारों कर्मचारी शामिल हैं। इन्होंने कंपनी के सामने तीन मांगे रखी हैं। इस प्रदर्शन की जड़ क्या है आइए जानते हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। सैमसंग के लिए इन दिनों सबकुछ सही नहीं चल रहा है। इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी सैमसंग के खिलाफ साउथ कोरिया में जमकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं। सैमसंग के खिलाफ कोई और ने नहीं, बल्कि खुद कंपनी के ही हजारों कर्मचारी सड़क पर उतरे हैं। इस प्रदर्शन को तीन दिन हो चुके हैं।
अब ऐसे में हर किसी जेहन में बुनियादी सा सवाल है कि इस प्रदर्शन की जड़ क्या है और सैमसंग के कर्मचारियों ने अपनी ही कंपनी को क्यों निशाने पर लिया हुआ है।
क्या है प्रदर्शन की असली जड़
नेशनल सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स यूनियन (एनएसईयू) के लगभग 30,000 सदस्यों ने कंपनी के सामने तीन मांगे रखी हैं। कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें बेहतर वेतन के साथ-साथ यूनियन वाले कर्मचारियों के लिए सालाना एक अतिरिक्त छूट्टी मिलनी चाहिए। इसके अलावा कर्मचारी बोनस को लेकर भी नियम बदले जाने चाहिए।कर्मचारियों का आरोप
उनका आरोप है कि रैंक-एंड-फाइल कर्मचारियों के लिए बोनस की कैलकुलेशन कंपनी के असली प्रॉफिट में से नहीं की जा रही है, जो पूरी तरह से गलत है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, यूनियन ने कहा कि इस सप्ताह 6,540 कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे।
हड़ताल कब तक जारी रहेगी, इस बारे में फिलहाल कुछ भी निश्चित नहीं कहा जा सकता है। यूनियन के अधिकारियों के अनुसार सियोल के ह्वासोंग में सैमसंग के मुख्यालय के पास एक रैली में लगभग 3,000 हड़ताली शामिल हुए।
सैमसंग पर हो रहा असर?
एक्सपर्ट मानते हैं कि भले ही सैमसंग के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन इसका फिलहाल, तो उसकी मार्केट हिस्सेदारी पर कुछ खास फर्क नहीं पड़ रहा है। सैमसंग ने दूसरी तिमाही में वृद्धि होने की बात कही है। ऐसा तेजी से बढ़ती एआई डिमांड्स के कारण हो रहा है। हड़ताल के बावजूद सैमसंग के लिए बाजार सकारात्मक भावनाओं की इशारा कर रहा है।
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