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Kairan Quazi: 14 साल के इस बच्चे का टैलेंट देख फिदा हुए Elon Musk, SpaceX में दिया जॉब का ऑफर

Kairan Quazi एलए टाइम्स के मुताबिक कैरन काजी ने 11 साल की उम्र में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की थी। काजी स्पेसएक्स (SpaceX) द्वारा नियुक्त किए जाने वाले अब तक के सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं। (फोटो-जागरण)

By Anand PandeyEdited By: Anand PandeyUpdated: Sun, 11 Jun 2023 05:27 PM (IST)
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SpaceX has hired a 14-year-old software engineer, Kairan Quazi

नई दिल्ली, टेक डेस्क। कुछ बच्चे इतने तेज दिमाग के होते हैं कि वो कई ऐसे बड़े काम कर जाते हैं जिनपर किसी को यकीन नहीं होता है। खेलने-कूदने की उम्र में ही बड़ी-बड़ी कंपनियां उनको जॉब ऑफर देने लगती हैं। आपने यह कहावत तो कई बार सुनी होगी कि "पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं।

यही काम कर दिखाया है 14 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कैरन काजी (Kairan Quazi ) ने। स्पेसएक्स ने एक 14 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कैरन काजी (Kairan Quazi) को काम पर रखा है। काजी स्पेसएक्स (SpaceX) द्वारा नियुक्त किए जाने वाले अब तक के सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं।

Kairan Quazi ने लिंक्डइन पर शेयर की जानकारी

Kairan Quazi लिंक्डइन पर लिखा , "मैं स्टारलिंक इंजीनियरिंग टीम में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में ग्रह पर सबसे अच्छी कंपनी में शामिल हो रहा हूं। उन दुर्लभ कंपनियों में से एक है, जिन्होंने मेरी उम्र का इस्तेमाल परिपक्वता और क्षमता के लिए मनमाने और पुराने प्रॉक्सी के रूप में नहीं किया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, काजी स्पेसएक्स में काम शुरू करने के लिए अपनी मां के साथ कैलिफोर्निया के प्लेजेंटन से रेडमंड, वाशिंगटन जाने की योजना बना रहे हैं। एलए टाइम्स के मुताबिक, उन्होंने 11 साल की उम्र में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू की थी। इसी महीने सांता क्लारा यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल करेंगे।

बचपन से थे होनहार

एलए टाइम्स के अनुसार, समाचार और वर्तमान घटनाओं में क़ाज़ी की प्रारंभिक रुचि उनकी बुद्धिमत्ता और जिज्ञासा का प्रतीक थी। उनकी यात्रा तब शुरू हुई जब वे दो साल के थे और पूरे वाक्यों में बोल सकते थे। वह अपने दोस्तों और शिक्षकों को उन समाचार कहानियों के बारे में बता रहा था जो उसने रेडियो पर सुनी थीं।

उनके माता-पिता ने उनकी शैक्षणिक क्षमता को पहचानते हुए उन्हें एक सामुदायिक कॉलेज में दाखिला दिलाया। एलए टाइम्स ने काजी के हवाले से कहा, "मुझे लगा जैसे मैं उस स्तर पर सीख रहा हूं, जो मुझे सीखना चाहिए था।"