Move to Jagran APP

क्वांटम कंप्यूटर की गलती सुधारने में Google को मिली बड़ी सफलता, सुंदर पिचाई ने Twitter पर जाहिर की खुशी

Google के CEO सुंदर पिचाई ने अपने ट्विटर अकाउंट पर क्वांटम कंप्यूटर त्रुटि सुधार में एक बड़ी सफलता को लेकर ट्विट किया है। उन्होंने बताया कि क्वांटम कंप्यूटिंग में क्यूबिट्स की संख्या बढ़ाकर कंप्यूटिंग त्रुटियों को कम करना संभव है। आइये इसके बारे में जानते हैं। (जागरण फोटो)

By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Fri, 24 Feb 2023 05:49 PM (IST)
Hero Image
Google has claimed a major breakthrough in quantum computer error correction
नई दिल्ली, टेक डेस्क। Google ने क्वांटम कंप्यूटर त्रुटि सुधार में एक बड़ी सफलता का दावा किया है। तकनीकी दिग्गज ने कहा है कि उसके एआई रिसर्च ने पहली बार प्रयोगात्मक रूप से प्रदर्शित किया है कि क्यूबिट्स की संख्या बढ़ाकर कंप्यूटिंग त्रुटियों को कम करना संभव है।

कंपनी का कहना है कि क्वांटम कंप्यूटिंग में, एक क्यूबिट को क्वांटम सूचना की एक बुनियादी इकाई के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो क्लासिक कंप्यूटर की तुलना में केवल 0 और 1 से आगे बढ़ने वाले समृद्ध स्टेट्स पर ले सकता है। गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने एक ब्लॉग सर्च के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि यह सफलता क्वांटम कंप्यूटरों के संचालन में एक महत्वपूर्ण बदलाव में मदद कर सकती है।

सुंदर पिचाई ने ट्विटर पर साझा किया पोस्ट

पिचाई ने अपने ट्विटर पर पोस्ट शेयर किया और लिखा कि हमारे क्वांटम कंप्यूटर एक ऑर्केस्ट्रेटेड फैशन में क्यूबिट्स में हेरफेर करके काम करते हैं, जिसे हम क्वांटम एल्गोरिदम कहते हैं। चुनौती यह है कि क्यूबिट्स इतने संवेदनशील होते हैं कि एक रोशनी भी गणना में गलतियों का कारण बन सकती है।

यह भी पढ़ें - अब WhatsApp पर मिलेगा भेजे गए मैसेज को एडिट करना का मौका, इस नए फीचर पर काम कर रहा है ऐप

उन्होंने यह भी कहा कि जैसे-जैसे क्वांटम कंप्यूटर बढ़ते हैं, समस्या और भी बदतर होती जाती है। यह इसका महत्वपूर्ण परिणाम है, क्योंकि उपयोगी अनुप्रयोगों को चलाने के लिए हम जानते हैं कि सबसे अच्छे क्वांटम एल्गोरिदम को हमारी आज के एल्गोरिदम की तुलना में बहुत कम होने की आवश्यकता है। इस अंतर को पाटने के लिए, हमें क्वांटम त्रुटि सुधार की आवश्यकता होगी।

त्रुटि दर को कमी

Google के सीईओ ने कहा कि उपयोगी गणनाओं के लिए, त्रुटि दर कम होनी चाहिए। ऐसे में हमारे क्वांटम प्रोसेसर पर बड़ी संख्या में भौतिक क्यूबिट्स को एक तार्किक क्यूबिट्स में एन्कोडिंग करके हम उपयोगी क्वांटम एल्गोरिदम को सक्षम करने के लिए त्रुटि दर को कम करने की उम्मीद करते हैं।

Google के अनुसार यह पहली बार है कि किसी ने तार्किक क्वाबिट को स्केल करने के इस प्रायोगिक स्तर को हासिल किया है, जो तब बनता है जब क्वांटम त्रुटि सुधार सूचना को कई भौतिक क्यूबिट्स में एन्कोड करके सुरक्षित रखता है।

यह भी पढ़ें -Nokia ने लॉन्च किया ये एंट्री लेवल स्मार्टफोन, मिलती है रिमूवेबल बैटरी; साथ में कई शानदार फीचर्स