टेलीग्राम प्रमुख पावेल दुरोव की गिरफ्तारी के बाद टेक अधिकारियों की बढ़ी चिंता
टेलीग्राम के सीईओ पावेल दुरोव की गिरफ्तारी के बाद दुनियाभर के टक अधिकारियों की चिंता बढ़ गई हैं। इसके साथ यह सवाल उठने लगे हैं कि क्या प्लेटफार्म पर हो रही घटनाओं को लेकर टेक अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। इसके साथ सवाल उठ रहे हैं कि क्या फेसबुक प्रमुख मार्क जुकरबर्ग को यूरोप पहुंचने पर गिरफ्तार किया जा सकता है।
जेएनएन, लंदन। टेलीग्राम के प्रमुख पावेल दुरोव की पेरिस में गिरफ्तारी के बाद टेक अधिकारियों की चिताएं बढ़ गई हैं। यह भी सवाल उठने लगा है कि क्या प्लेटफार्म पर हो रही घटनाओं को लेकर टेक अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। साथ ही, क्या मेटा के मार्क जुकरबर्ग जैसे तकनीकी अधिकारियों को भी यूरोपीय धरती पर अगली बार कदम रखने पर गिरफ्तार किए जाने का जोखिम है।
टेक अधिकारियों को डरने की जरूरत नहीं
पावेल दुरोव की गिरफ्तारी के बाद, टेलीग्राम ने कहा कि वह यूरोपीय संघ के कानूनों का पालन करता है और यह यह दावा करना बेतुका है कि एक प्लेटफार्म या उसका मालिक उसके दुरुपयोग के लिए जिम्मेदार है। विशेषज्ञों ने कहा कि फिलहाल तकनीकी अधिकारियों को डरने की कोई जरूरत नहीं है। ऐतिहासिक रूप से किसी प्लेटफार्म के उल्लंघन के लिए व्यक्तियों के बजाय कंपनियों को जिम्मेदार ठहराया गया है।
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, कानूनी तौर पर अमेरिका और यूरोप में व्यक्तियों पर उनकी कंपनियों की गतिविधियों के लिए मुकदमा चलाने की सख्त मनाही है। खासकर संचार शालीनता अधिनियम की धारा 230 जैसे अमेरिकी कानूनों के साथ, जो इंटरनेट प्लेटफार्मों को हानिकारक भाषण के लिए जिम्मेदार होने से बचाता है।
दुरोव को फ्रांस में हिरासत में लिया गया
दुरोव पर औपचारिक रूप से किसी भी अपराध का आरोप नहीं लगाया गया है और वह फ्रांसीसी अधिकारियों की हिरासत में हैं। हालांकि, फ्रांसीसी अधिकारियों ने कहा है कि उन पर टेलीग्राम पर गतिविधियों से संबंधित कई संभावित आरोप हैं, जिनमें बाल यौन शोषण सामग्री, मादक पदार्थों की तस्करी, धोखाधड़ी, मनी लान्डि्रंग, आपराधिक लेनदेन को बढ़ावा देना और कानून प्रवर्तन में सहयोग करने से इन्कार करना शामिल है।
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