जनवरी 2023 में इन टेलीकॉम ऑपरेटर्स की ग्राहक संख्या मे हुआ इजाफा, Jio ने जोड़े 1.65 मिलियन नए कस्टम
शुक्रवार को जारी एक सेक्टर रेगुलेटर ट्राई की रिपोर्ट के मुताबिक देश में टेलीकॉम सब्सक्राइबर बेस मामूली रूप से बढ़कर जनवरी में 1170.75 मिलियन हो गई है। मोबाइल टेलीफोनी ने 0.09 मिलियन ग्राहकों को जोड़ने मे कामयाब रहा है। (फाइल फोटो जागरण)
By Anand PandeyEdited By: Anand PandeyUpdated: Fri, 31 Mar 2023 09:52 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क । शुक्रवार को जारी एक सेक्टर नियामक ट्राई की रिपोर्ट के अनुसार देश में दूरसंचार उपभोक्ताओं की संख्या मामूली रूप से बढ़कर जनवरी में 1,170.75 मिलियन हो गई हैं। ये कास्टमर बढ़ोतरी फिक्स लाइन सेगमेंट के लिए है। रिलायंस जियो और भारती एयरटेल ने संयुक्त रूप से 0.29 मिलियन नए ग्राहक जोड़े हैं।
इसके अलावा BSNL और वोडाफोन आइडिया (VI) ने 0.28 मिलियन यूजर को खो दिया है। भारत में टेलीफोन ग्राहकों की संख्या दिसंबर 2022 के अंत में 1,170.38 मिलियन से बढ़कर जनवरी 2023 के अंत में 1,170.75 मिलियन हो गई है। रिपोर्ट मे दावा किया गया है की हर महीने 0.03 प्रतिशत की मासिक वृद्धि दर रहा है।
इन टेलिकॉम ऑपरेटर से जुड़े नए कस्टमर
देश में वायरलाइन या फिक्स्ड लाइन कनेक्शन दिसंबर में 27.45 मिलियन से बढ़कर जनवरी में 27.73 मिलियन हो गए। वायरलाइन सेगमेंट में बढ़ोतरी रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और क्वाड्रंट द्वारा संचालित थी,जिसने क्रमशः 0.21 मिलियन, 0.11 मिलियन और 5,949 नए ग्राहक जोड़े। राज्य के स्वामित्व वाली MTNL सेगमेंट में सबसे बड़ी हार थी क्योंकि उसने 29,857 ग्राहक खो दिए। इसके बाद BSNL था, जिसने 19,781 वायरलाइन ग्राहक, टाटा टेलीसर्विसेज ने 9,444, वीआईएल ने 3,727 और रिलायंस कम्युनिकेशंस ने 275 ग्राहकों को खो दिया है।देश मे बढ़ी ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या
मोबाइल टेलीफोनी या वायरलेस सेगमेंट में, रिलायंस जियो और भारती एयरटेल ने क्रमशः 1.65 मिलियन और 1.28 मिलियन ग्राहक जोड़े। बात दें, बीएसएनएल, वीआईएल और एमटीएनएल ने क्रमशः 1.48 मिलियन, 1.35 मिलियन और 2,960 मोबाइल ग्राहकों को खो दिया है। देश में ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या जनवरी में बढ़कर 83.91 करोड़ हो गई, जो दिसंबर में 83.22 करोड़ थी।
जनवरी -23 के अंत में शीर्ष पांच सर्विस प्रवाइडर ने कुल ब्रॉडबैंड ग्राहकों के 98.39 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी का गठन किया। ये सेवा प्रदाता रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड (434.02 मिलियन), भारती एयरटेल (237.40 मिलियन), वोडाफोन आइडिया (125.03 मिलियन), बीएसएनएल (27.05 मिलियन) और एट्रिया कन्वर्जेंस (2.14 मिलियन) थे।