Telegram CEO पर लगे अश्लीलता और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर आरोप; 24 अगस्त को हुई थी गिरफ्तारी
24 अगस्त को टेलीग्राम के सीईओ पावेल डुरोव को एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि उस समय उनपर तुरंत कोई आरोप नहीं लगाए गए थे लेकिन अब नई जानकारी सामने आई है कि डुरोव पर कई गंभीर आरोप लगे है। इसमें अश्लीलता मनी लॉन्ड्रिंग और ड्रग की तस्करी जैसे आरोप शामिल है। यहां हम पूरे मामले को विस्तार से जानेंगे।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म टेलीग्राम के सीईओ पावेल डुरोव को बहुत बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा है। बीते शनिवार, 24 अगस्त को डुरोव को टेलीग्राम पर आपराधिक गतिविधि और लॉ इंफोर्समेंट के साथ सहयोग नहीं करने से संबंधित आरोपों के लिए गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि गिरफ्तारी के समय उन पर कोई आरोप नहीं लगाया गया था, लेकिन अब डुरोव पर कई गंभीर आरोप लगाए गए है, जिसमें चाइल्ड पोर्नोग्राफी, ड्रग्स और मनी लॉन्ड्रिंग जैसे आरोप शामिल है। 24 अगस्त को 39 वर्षीय डुरोव को पेरिस के पास ले बॉर्गेट हवाई अड्डे पर हिरासत में लिया गया था। उस पर तुरंत आरोप नहीं लगाया गया, लेकिन उसे हिरासत में रखा गया।
क्या है गिरफ्तारी का कारण ?
- प्रॉसिक्यूटर लॉर बेक्वाउ ने बताया कि 8 जुलाई को एक जांच शुरू की गई थी, जिसके तहत पावेल डुरोव पर कई गंभीर आरोप लगाए गए है।
- डुरोव पर चाइल्ड पोर्नोग्राफी, ड्रग तस्करी, मनी लॉन्ड्रिंग की गतिविधियों में शामिल होने और कानून प्रवर्तन के साथ सहयोग करने से इनकार करने सहित कई संभावित आरोप शामिल हैं।
- ये सारी जांच साइबर सिक्योरिटी और एंटी फ्रॉड एक्सपर्ट द्वारा की जा रही है। बेक्वाउ ने कहा कि इस प्रोसेस में जांचकर्ताओं ने डुरोव से पूछताछ की थी।
- फिलहाल अभी इस बात की पुष्टि नहीं हुई है कि पावेल डुरोव पर लगाए गए ये सभी आरोप बिल्कुल सही है।
- ये मामला विशेष मजिस्ट्रेट द्वारा संभाला जाता है, जिनके पास खास जांच शक्तियां होती हैं।
- बताया जा रहा है कि अगर मुकदमे की सुनवाई के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हैं, तो आरोप हटाए जा सकते हैं और मामले लंंबा चल सकता है।
- फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने टेलीग्राम के सीईओ की गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि की।
सोशल मीडिया पर मचा बवाल
- डूरोव की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया और इंटरनेट पर अभिव्यक्ति की आजादी के बारे में बहस छिड़ गई है।
- टेलीग्राम सपोर्ट्स ने आरोप लगाया है कि यह गिरफ्तारी सरकारी सेंसरशिप का एक उदाहरण है।
- हालांकि फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने आरोपों को खारिज कर दिया है और गिरफ्तारी पूरी तरह से न्यायिक मामला बताया है।
- जैसा कि हम जानते हैं कि शनिवार शाम को पेरिस के बाहर ले बॉर्गेट हवाई अड्डे पर डूरोव को हिरासत में लिया गया था।
- इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गिरफ्तारी की पहली आधिकारिक पुष्टि करते हुए कहा कि ऑनलाइन कई झूठी टिप्पणियों के बावजूद गिरफ्तारी में कोई राजनीतिक मकसद नहीं था।
मैक्रों ने एक्स पर लिखा कि फ्रेंच क्षेत्र में टेलीग्राम के अध्यक्ष की गिरफ्तारी चल रही न्यायिक जांच के हिस्से के रूप में हुई।