5G Spectrum Auction: शुरू हुआ दसवां स्पेक्ट्रम ऑक्शन, 96,238 करोड़ रुपये की रेडियोवेव की होगी निलामी
मंगलवार को 96238 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम की नीलामी शुरू हुई जिसमें एयरटेल और रिलायंस जियो जैसी कंपनियों द्वारा एयरवेव्स हासिल करने के लिए बोली लगाई जाएगी। यह उनकी 5G सेवाओं को बढ़ाने में मदद करेगी। बता दें कि 2010 में ऑनलाइन बोली प्रक्रिया के माध्यम से रेडियोवेव्स की बिक्री की प्रक्रिया शुरू होने के बाद से यह 10वीं स्पेक्ट्रम नीलामी है।
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत के दूरसंचार विभाग (DoT) ने मंगलवार, 25 जून, 2024 को अपनी 10वीं स्पेक्ट्रम नीलामी शुरू की। आरक्षित मूल्य पर 96,238.45 करोड़ रुपये (लगभग 11.8 बिलियन अमरीकी डॉलर) की इस नीलामी से रिलायंस जियो और भारती एयरटेल जैसी प्रमुख दूरसंचार कंपनियों के आकर्षित होने की उम्मीद है।
इस नीलामी के साथ तीनों टेलीकॉम कंपनियां अपनी 5G सेवा को बेहतर बना सकती है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
5G और बेहतर कनेक्टिविटी
- ये नीलामी लगभग दो साल के अंतराल के बाद हो रही है, पिछली नीलामी अगस्त 2022 में हुई थी।
- इस बार 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज बैंड सहित 5G सेवाओं के लिए उपयुक्त एयरवेव को प्राथमिकता दी गई है।
- यह सभी नागरिकों को 'सस्ती, हाई क्वालिटी टेलीकॉम सर्विसेज देने के लिए सरकार के लक्ष्य के अनुरूप काम करता है।
स्पेक्ट्रम की उपलब्धता
- अलग-अलग बैंड में कुल 10,522.35 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बोली के लिए उपलब्ध होगा, जिसमें 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1800 मेगाहर्ट्ज, 2100 मेगाहर्ट्ज, 2300 मेगाहर्ट्ज, 2500 मेगाहर्ट्ज, 3300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज शामिल हैं।
- यह रेंज दूरसंचार ऑपरेटर्स की अलग-अलग नेटवर्क आवश्यकताओं और विस्तार योजनाओं को पूरा करती है।
- बता दें कि रिलायंस जियो के सबसे आगे रहने की संभावना है, जिसने सबसे अधिक 3,000 करोड़ रुपये की बयाना राशि जमा की है। इससे उन्हें उपलब्ध स्पेक्ट्रम के बड़े हिस्से के लिए बोली लगाने की सुविधा मिलती है।
- वहीं भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया (VIL) क्रमशः 1,050 करोड़ रुपये और 300 करोड़ रुपये जमा करके दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं।
बोली लगाने की रणनीति पर ध्यान
- दूरसंचार उद्योग निकाय COAI (सेलुलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया) को उम्मीद है कि नीलामी से देश भर में 5G सेवाओं की शुरुआत में तेजी आएगी, जिससे कवरेज और कनेक्टिविटी में उल्लेखनीय सुधार होगा।
- वहीं दूरसंचार विशेषज्ञ पराग कर का विश्लेषण है कि जमा की गई बयाना राशि के आधार पर, जियो संभावित रूप से कुल स्पेक्ट्रम मूल्य का 37.36% बोली लगा सकता है, उसके बाद भारती एयरटेल 13.07% और वोडाफोन आइडिया 3.73% बोली लगा सकता है।
- कर ने आगे भविष्यवाणी की है कि जियो 800 मेगाहर्ट्ज बैंड को प्राथमिकता दे सकता है, जिससे अनुमानित 18,000 करोड़ रुपये का नकद बहिर्वाह हो सकता है।
- दूसरी ओर, भारती एयरटेल से अपने मौजूदा स्पेक्ट्रम उपयोग को अनुकूलित करने के उद्देश्य से लक्षित दृष्टिकोण अपनाने की उम्मीद है, जिसमें आरक्षित मूल्य पर 11,512 करोड़ रुपये का अनुमानित व्यय होगा।
- इस नीलामी के नतीजे भारत के दूरसंचार परिदृश्य के भविष्य को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करेंगे। 5G पर ध्यान केंद्रित करने और प्रमुख खिलाड़ियों की भागीदारी के साथ, देश के मोबाइल कनेक्टिविटी परिदृश्य में संभावित परिवर्तन के लिए मंच तैयार है।