कॉल ड्रॉप जैसी समस्याओं से निपटने की तैयारी, टेलीकॉम कंपनियों के लिए सख्त होंगे नियम
कॉल ड्राप की समस्या को दूर करने के लिए DOT ने TRAI को सर्विस क्वॉलिटी नॉर्म्स को अधिक सख्त बनाने के लिए कहा है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्राहकों को सही और सुरक्षित अनुभव देना है। आइये इसके बारे में जानते हैं। (जागरण फोटो)
By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Wed, 15 Feb 2023 08:36 AM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत में दिन पर दिन कॉल ड्रॉप की समस्या बढ़ती जा रही है, जिसपर लगाम लगाना बहुत जरूरी है। इसी सिलसिले को जारी रखते हुए दूरसंचार विभाग ने कॉल ड्रॉप पर अंकुश लगाने और कॉल की गुणवत्ता में सुधार के लिए सेक्टर रेगुलेटर TRAI से सर्विस क्वॉलिटी नॉर्म्स को सख्त बनाने को कहा है। बता दें कि एक आधिकारिक सूत्र ने माध्यम से इसकी जानकारी बीते मंगलवार को सामने आई है।
कॉल ड्रॉप की समस्या का समाधान
बता दें कि दूरसंचार विभाग (DOT) द्वारा IVRS कॉल के माध्यम से कॉल ड्रॉप, कॉल की गुणवत्ता आदि के बारे में जनता से प्रतिक्रिया एकत्र करने के बाद इस कदम को उठाया। एक अधिकारी ने कहा कि कस्टमर्स की संतुष्टि और उनके हितों की सुरक्षा के लिए सेवा की गुणवत्ता बहुत जरूरी है। दूरसंचार विभाग ने ट्राई से सेवा की वर्तमान गुणवत्ता (QoS) में और अधिक कड़े मापदंडों के माध्यम से सुधार करने का अनुरोध किया है।
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भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने 17 फरवरी को दूरसंचार कंपनियों के साथ एक बैठक बुलाई है, जिसमें सेवा की गुणवत्ता में सुधार, मानदंडों की समीक्षा, 5G सेवाओं के लिए बेंचमार्क और अवांछित वाणिज्यिक संचार के उपायों और कार्य योजना पर चर्चा की गई है। इस कदम का उद्देश्य दूरसंचार सेवा की गुणवत्ता में सुधार करना और कॉल ड्रॉप्स की जांच करना है। यह ऐसे समय में भी आया है जब देश भर में अल्ट्रा हाई स्पीड 5G सेवाएं शुरू की जा रही हैं।