मोबाइल यूजर्स ध्यान दें! स्कैमर्स ने खोज निकाला ठगी का नया तरीका; TRAI ने दी सख्त चेतावनी
साइबर स्कैम से जुड़े मामले आए दिन सामने आ रहे हैं। स्कैमर्स मासूम लोगों को नए-नए तरीके से अपने चंगुल में फंसा रहे हैं। अब इन्होंने एक नया तरीका खोज निकाला है। जिससे ये लोगों को अपने जाल में फंसाने में कामयाब भी हो रहे हैं। यह किसी के पास भी कॉल करते हैं और खुद को सरकारी संस्था से जुड़ा हुआ बताते हैं और पैसे की डिमांड करते हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। स्कैमर्स आम लोगों के साथ ठगी करने के नए-नए तरीके तलाश रहे हैं। जब तक किसी एक फ्रॉड के बारे में लोगों को पता चलता है, तब तक ये मासूम लोगों को ठगने का कोई नया तरीका खोज लेते हैं। कुछ मामलों में स्कैमर्स बिजली या इंटरनेट जैसी जरूरी सर्विसों को काटने की धमकी देते हैं या फिर झूठा दावा करते हैं कि पीड़ित अवैध गतिविधियों में शामिल है। कई बार ऐसा करके ये अपने मकसद में कामयाब भी हो जाते हैं।
हाल के दिनों में ऐसे तमाम मामले सामने आए हैं, जिनमें लोगों से पैसे ऐंठे गए। इन्हीं मामलों को देखते हुए अब टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने लोगों को कुछ चेतावनी दी है।
TRAI की चेतावनी
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने मोबाइल यूजर्स को एक नए तरह के स्कैम को लेकर चेतावनी दी है। इस तरह के स्कैम में कॉल करने वाला खुद को टेलीकॉम डिपार्टमेंट की तरफ से बताता है और मोबाइल सर्विस काटने की धमकी देता है। इससे कुछ लोग डर जाते हैं और इनके कहे जैसा करने लगते हैं। स्कैमर्स मासूम लोगों से पैसे ऐंठने की फिराक में रहते हैं। कई बार ये इसमें कामयाब भी हो जाते हैं।
TRAI ने इस स्कैम को लेकर स्पष्ट किया है कि ''इस तरह की कॉल कभी भी टेलीकॉम डिपार्टमेंट की तरफ से नहीं की जाती हैं।'' TRAI ने लोगों से सतर्क रहने और संचार साथी पोर्टल का उपयोग करके ऐसी कॉल को रिपोर्ट करने के लिए कहा है।
भारत में डिजिटल अरेस्ट में वृद्धि
अचानक से TRAI 📞 ने कि आपका नेटवर्क disconnect करने की बात 🧐🤔
सावधान रहे, ये एक scam है !
आपका अगला कदम ? रिपोर्ट करें चक्षु के साथ https://t.co/6oGJ6NSQal पर#SafeDigitalIndia pic.twitter.com/Zmkwj2Rjzg
— DoT India (@DoT_India) November 9, 2024
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जनवरी से अप्रैल 2024 तक भारत ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ स्कैम के कारण लगभग 120.3 करोड़ रुपये का वित्तीय नुकसान उठाया है। यह जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 अक्टूबर को मन की बात के 115वें एपिसोड के दौरान कही थी। जहां उन्होंने साइबर अपराध के बारे में बढ़ती चिंताओं का भी जिक्र किया था।