AI for Good: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर यूएन की कॉन्फ्रेंस, नई टेक्नोलॉजी की ताकत और जोखिम पर होगी चर्चा
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर संयुक्त राष्ट्र ने की कॉन्फ्रेंस AI For Good शुरू हो गई है। जिनेवा में आयोजित हो रही दो दिवसीय कॉन्फ्रेंस में दुनिया भर के टेक लीडर्स हिस्सा ले रहे हैं। इसमें रोबोटिक्स मेडिकल शिक्षा डेवलमेंट और दूसरे क्षेत्रों में एआई के इस्तेमाल पर विस्तार से चर्चा होगी। आज दुनिया की सभी प्रमुख कंपनियां इस क्षेत्र में जोर-शोर से काम कर रही हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र की टेलीकॉम्युनिकेशन एजेंसी का एनुवल इवेंट 'एआई फॉर गुड' शुरू हो गया है। इस सम्मेलन में बिजनेस, उपभोक्ताओं और सरकारों कैसे नई टेक्नोलॉजी के बेनिफिट और संभावित जोखिमों के बारे में जानकारी देना है।
जिनेवा में आयोजित होने वाले इस दो दिवसीय कार्यक्रम में दुनियाभर के टेक लीडर्स हिस्सा ले रहे हैं। इस दौरान रोबोटिक्स, मेडिकल, शिक्षा, डेवलमेंट और दूसरे क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल पर चर्चा होगी।
एआई के संभावित जोखिम को कम करने की जरूरत
इस कार्यक्रम के पहले दिन संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा, "एआई हमारी दुनिया और जीवन को बदल रही है।" इसके साथ ही दूरदराज के क्षेत्रों में शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल, फसल की पैदावार में वृद्धि और प्राकृतिक आपदाओं के लिए पूर्व चेतावनी प्रणाली जैसी चीजों के लिए इसकी संभावनाओं पर ध्यान दिलाया।गुटेरेस ने यह भी कहा कि एआई की क्षमता को वास्तविकता में बदलने के साथ-साथ इसे लेकर चल रहे पूर्वाग्रह, गलत सूचना और संभावित जोखिमों को कम करने पर भी जोर देने की जरूरत है। इसके साथ ही उन्होंने जोर देते हुए कहा कि विकासशील देशों एआई का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल और इससे असंबद्ध लोगों को इससे जोड़ने की आवाश्यकता है।
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