VPN इस्तेमाल कर यूट्यूब प्रीमियम सब्सक्रिप्शन लेना पड़ेगा महंगा! कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती
यूट्यूब की तरफ से प्रीमियम सब्सक्रिप्शन की सुविधा दी जाती है। इसमें यूजर्स को विज्ञापन फ्री कंटेंट देखने का मजा मिलता है। सभी देशों में प्रीमियम के लिए अलग-अलग पैसे देने होते हैं। कुछ यूजर्स पैसे बचाने के चक्कर में वीपीएन का सहारा ले रहे हैं। लेकिन अब ऐसे यूजर्स पर यूट्यूब की तरफ से एक्शन लिया जा रहा है।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब का इस्तेमाल दुनियाभर में करोड़ों यूजर्स करते हैं। कंपनी की तरफ से कुछ खास सर्विस भी दी जाती हैं, जिनके लिए यूजर्स को पैसे देने होते हैं।
लेकिन, कुछ ऐसे भी लोग हैं जो वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का इस्तेमाल करके सस्ते में प्रीमियम ले रहे हैं। हालांकि अब यूट्यब ने ऐसे लोगों पर लगाम लगाना शुरू कर दिया है।
VPN से सब्सक्रिप्शन लेना पड़ेगा महंगा
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने दावा किया है कि पिछले कुछ महीनों से वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) का सहारा लेकर सस्ते में प्रीमियम सब्सक्रिप्शन लिया जा रहा है। इस तरह सब्सक्रिप्शन लेने से यूजर्स के सामने विज्ञापन नहीं दिखाई देते हैं। लेकिन, अब कंपनी ने ऐसे लोगों पर नकेल कसना शुरू कर दिया है। ऐसा करने से यूट्यूब की पॉलिसियों का उल्लंघन हो रहा है।VPN यूजर्स पर कार्रवाई
यूट्यूब ऐसे यूजर्स पर कार्रवाई कर रहा है, जो सस्ते में यूट्यूब सब्सक्रिप्शन लेने के लिए वीपीएन का सहारा ले रहे थे। यूट्यूब ऐसे लोगों के सब्सक्रिप्शन को कैंसल कर रहा है। सब्सक्रिप्शन कैंसल करने के बाद यूजर्स के बाद मेल भेजा जा रहा है। जिसमें सब्सक्रिप्शन कैंसल करने और उसे वापस लेने की प्रक्रिया भी बताई जाती है।
अलग-अलग है सब्सक्रिप्शन फीस
कुछ यूजर्स ने कमेंट में रिप्लाई करते हुए कहा कि लोग सस्ते में सब्सक्रिप्शन लेने के लालच में वीपीएन का इस्तेमाल कर रहे हैं। गौर करने वाली बात है कि यूट्यूब सब्सक्रिप्शन की फीस सभी देशों में अलग-अलग है। जैसे अमेरिका में इस सर्विस के लिए $13.99 (लगभग 1,170 रुपये) देने होते हैं। लेकिन, भारत में इसी सर्विस के लिए सिर्फ 129 रुपये चुकाने होते हैं।