क्या होता है E-Sim? नॉर्मल सिम से कितना अलग, समझिये इसके फायदे और नुकसान
ई-सिम को लेकर मन में काफी सवाल होते हैं जिनको हम अक्सर जानना चाहते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको eSIM से जुड़ी जानकारी देने वाले हैं। आइए जानते हैं ई-सिम क्या होता है और इसके फायदे और नुकसान क्या हैं। (फाइल फोटो जागरण)
By Anand PandeyEdited By: Anand PandeyUpdated: Sun, 16 Apr 2023 07:36 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। आमतौर पर फोन में सिम कार्ड स्लॉट में सिम कार्ड लगाया जाता है। ये स्लॉट स्मार्ट और कीपैड फोन दोनों में उपलब्ध हैं। पहले के फोन, स्मार्ट या कीपैड वाले, में सिर्फ एक सिम कार्ड के लिए जगह होती थी। लेकिन टेक्नोलॉजी के साथ-साथ इसमें भी बदलाव हुए हैं।
अगर आप टेक्नोलॉजी के जानकार हैं तो आपने सब्सक्राइबर आइडेंटिटी मॉड्यूल (eSIM) कार्ड के बारे में सुना ही होगा। इस फीचर को सबसे पहले iPhone 14 में कंपनी ने पेश किया गया था। आज हम आपको इसी eSIM कार्ड के बारे में बताने वाले हैं। आइये डिटेल से जानते हैं कि आखिर eSIM कार्ड क्या होता है और इसके फायदे और नुकसान क्या हैं।
क्या होता है eSIM
ई-सिम का मतलब होता है इंबेडेड सब्सक्राइबर आइडेंटिटी माड्यूल। यह मोबाइल, टैबलेट, स्मार्टवॉच में इस्तेमाल किया जाने वाला एक वर्चुअल सिम होता है। इस सिम की खास बात ये होती है कि आपको अपने फोन में किसी तरह का कोई कार्ड नहीं डालना होता है।
यह टेलीकॉम कंपनी के जरिए ओवर-द-एयर एक्टिवेट किया जाता है। एक E-Sim मूल रूप से आपके फोन के अंदर एक छोटी सी चिप होती है और NFC चिप के समान काम करती है जिसका इस्तेमाल Apple Pay और Google Pay जैसी भुगतान तकनीक के लिए किया जाता है।
eSIM के फायदे
एक्टिव करना आसान
फिजिकल नए सिम कार्ड की तुलना मेंE-Sim को एक्टिव करना आसान है। फिजिकल सिम कार्ड एक्टिव करने के लिए इसे सही तरीके से मैन्युअल फोन ट्रे में रखना होगा। आपको अपने फोन में सिम ट्रे स्लॉट खोलने के लिए सिम इजेक्टर पिन की भी जरुरत होती है। वहीं दूसरी ओर, केवल एक क्यूआर कोड को स्कैन करके E-Simको एक्टिव किया जा सकता है। QR कोड को स्कैन करके आपका E-Sim आपके मोबाइल नेटवर्क पर रजिस्टर्ड हो जाता है।