अब एयरपोर्ट पर बोर्डिंग पास और सिक्योरिटी चेकिंग के लिए नहीं लगानी होगी लंबी लाइन, DigiYatra से होगा काम आसान
DigiYatra ट्रैवल करना किसको नहीं पसंद होता है लेकिन हम सभी बोर्डिंग की लंबी प्रक्रिया से उब जाते हैं। बोर्डिंग और सिक्योरिटी चेकिंग में लगभग 1 से डेढ़ घंटे का समय लग जाता है। लेकिन ये काम अब 10 से 15 मिनट में होने वाला है। (फोटो-जागरण)
By Anand PandeyEdited By: Anand PandeyUpdated: Sun, 11 Jun 2023 03:46 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। दिल्ली से प्रस्थान करने वाले यात्री अब हवाईअड्डे पर डिजीयात्रा (DigiYatra) सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। इसकी मदद से आपको बोर्डिंग पास के लिए अब लंबी लाइन में खड़ा नहीं होना पड़ेगा। यह सर्विस बोर्डिंग पास को अपने चेहरे के डेटा से जोड़ने की अनुमति देती है, जिससे टर्मिनल के माध्यम से तेज और सुगम यात्रा संभव हो जाती है।
आईजीआई हवाईअड्डे के टर्मिनल-3 पर शुरू की गई दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) ने इस अभूतपूर्व पहल की शुरुआत की, जिससे यात्रियों को डिजीयात्रा मोबाइल एप्लिकेशन डाउनलोड करने की आवश्यकता समाप्त हो गई। इसके बजाय, वे हवाईअड्डा परिसर के भीतर अपने चेहरे को अपनी पहचान के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं।
अब बोर्डिंग पास के लिए लाइन में खड़े होने की नहीं पड़ेगी जरुरत
इस सर्विस के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया में केवल एक मिनट का समय लगता है। यात्रियों को अपने बोर्डिंग पास को स्कैन करने, अपने चेहरे की विशेषताओं को पकड़ने और रजिस्ट्रेशन डेस्क के पास तैनात सुरक्षा कर्मियों को एक पहचान प्रमाण प्रस्तुत करने की आवश्यकता होती है। एक बार सफलतापूर्वक रजिस्टर हो जाने के बाद, यात्री सुरक्षा जांच क्षेत्र और बोर्डिंग गेट सहित पूरे टर्मिनल में एक सहज अनुभव का आनंद ले सकते हैं।
DigiYatra क्या है?
यह एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है जिसे चेहरे की पहचान टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए भारत में हवाई यात्रा की सुविधा बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस पहल का उद्देश्य परेशानी मुक्त यात्रा सुनिश्चित करना, सुरक्षा उपायों को मजबूत करना और पूरी तरह से संपर्क रहित रहते हुए समर्पित गेट प्रदान करना है।अनुमानित 15-25 मिनट यात्रियों के समय की बचत करके, डिजीयात्रा वास्तव में हवाई अड्डे के अनुभव में क्रांति लाती है। वर्तमान में आईजीआई हवाई अड्डे पर टर्मिनल 3 और टर्मिनल 2 के सभी प्रस्थान द्वारों पर डिजीयात्रा सुविधाएं उपलब्ध हैं। डिजी यात्रा ऐप यात्रियों की पहचान को वेरिफाई करने के लिए एक फेशियल रिकग्निशन सिस्टम (FRS) का इस्तेमाल करता है, जो उनके बोर्डिंग पास से जुड़ा होगा।