100W, 120W या 240W...मिनटों में कैसे फुल हो जाती है आपके फोन की बैटरी, इन smartphone में है सुपरफास्ट चार्जिंग
आजकल फास्ट चार्जिंग सपोर्ट का इस्तेमाल बहुत हो रहा है और ज्यादातर कंपनियां इनका इस्तेमाल कर रही है। पर सवाल ये है कि आखिर ये 100W 120W और 240W है क्या और कैसे काम करता है। आइये इसके बारे में जानते हैं। (जागरण फोटो)
By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Thu, 02 Mar 2023 08:06 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। बीते कुछ महीनों से हम लगातार फॉस्ट चार्जिंग के बारे में सुन रहे हैं। मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस 2023 में भी हमने कई ऐसे फोन्स के बारे में सुना, जो 120W या 240W फॉस्ट चार्जिंग के साथ आते हैं।
MWC में जहां ओप्पो ने 240W supervooc कॉन्सेप्ट चार्जिंग सपोर्ट की बात की । वहीं ऑनर मैजिक 4 प्रो 100W चार्जिंग और Realme GT3 में 240W फास्ट चार्जिंग की बात कहीं गई है। ये फीचर स्मार्टफोन के खास फीचर में गिना जाता है। लेकिन अब सवाल ये है कि आखिर ये फीचर है क्या। आइये इसके बारे में जानते हैं।
क्या है फास्ट चार्जिंग?
अपने फोन या टैबलेट को जल्दी से चार्ज करने के लिए ये तकनीकी काम करती है। फास्ट चार्जिंग एक लोकप्रिय फीचर है जो आपको तेजी से अपने डिवाइस को बहुत कम समय में चार्ज करने देती है। लेकिन आपके लिए ये जानना जरूरी है कि सभी डिवाइस एक ही प्रकार की फास्ट चार्जिंग का उपयोग नहीं करते हैं और सभी चार्जर अलग-अलग स्टैंडर्ड का समर्थन नहीं करते हैं। इसके लिए आपको ये जानना जरूरी है कि ये कैसे काम करता है।कैसे काम करता है फास्ट चार्जिंग?
फास्ट चार्जिंग के बारे में जानने से पहले आपको इसके बारे में कुछ चीजों के बारे में जानना जरूरी होता है।बता दें कि चार्ज का आउटपुट एम्परेज और वोल्टेज में मापा जाता है। एम्परेज (या करंट) बैटरी से कनेक्टेड डिवाइस में बहने वाली बिजली की मात्रा है, जबकि वोल्टेज विद्युत प्रवाह की ताकत है। एम्परेज द्वारा वोल्ट को गुणा करने से आपको वाट क्षमता मिलती है, जो कुल पावर का माप है।डिवाइस को तेजी से चार्ज करने के लिए,ज्यादातक निर्माता संभावित ऊर्जा की मात्रा बढ़ाने के लिए या तो एम्परेज को बढ़ाते हैं या वोल्टेज को बदलते हैं। अधिकांश फास्ट चार्जिंग मानक आमतौर पर एम्परेज को बढ़ाने के बजाय वोल्टेज को बदलते हैं।