Generative AI: ChatGPT के पीछे है ये टेक्नोलॉजी, जानें कैसे करती है काम
ChatGPT के बारे में तो अब लगभग सब लोग जानते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसके पीछे कौन सी टेक्नोलॉजी काम करती है। आज हम आपको बताने वाले हैं कि इसके पीछे काम करने वाली जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है।
By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Sat, 18 Mar 2023 10:54 AM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। बीते कुछ महीनों ChatGPT काफी चर्चा में रहा है। आए दिन कंपनी इसमें कई बदलाव किए गए जाते रहते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसके पीछे कौन सी टेक्नोलॉजी काम करती है। आइये इसके बारे में जानते हैं। आज हम जनरेटिव AI की बात कर रहे हैं।
जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इस साल एक चर्चा का विषय बन गया है। माइक्रोसॉफ्ट और अल्फाबेट ने इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर कई नए इनोवेशन किए। आइये जानते हैं कि क्या है ये AI टेक्नोलॉजी और कैसे काम करती है।
क्या है जनरेटिव एआई?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अन्य रूपों की तरह जेनेरेटिव एआई पिछले डाटा के माध्यम से जानकारी एकत्र करता है और सीखता है। यह अन्य एआई जैसे डाटा को केवल वर्गीकृत करने या पहचानने के बजाय, उस प्रशिक्षण के आधार पर एकदम नया कंटेंट यानी कि मैसेज या इमेज क्रिएट कर सकता है। यहां तक कि कंप्यूटर कोड भी जनरेट कर सकता है।ChatGPT है सबसे फेमस जनरेटिव एआई
बता दें कि सबसे प्रसिद्ध जनरेटिव एआई एप्लिकेशन चैटजीपीटी है, जो एक चैटबॉट है जिसे माइक्रोसॉफ्ट समर्थित ओपनएआई ने पिछले साल के अंत में जारी किया था। एआई पावर्ड इस तकनीकी को एक बड़े भाषा मॉडल के रूप में जाना जाता है क्योंकि यह टेक्स्ट प्रॉम्प्ट लेता है और इससे मानव जैसी प्रतिक्रिया देता है।हाल ही में कंपनी ने एक नया मॉडल घोषित किया, जिसे GPT-4 नाम दिया गया है। यह ‘मल्टीमॉडल’ है क्योंकि यह न केवल टेक्स्ट बल्कि इमेज को भी उपयोग कर सकता है। OpenAI के अध्यक्ष ने मंगलवार को बताया कि कैसे वह एक वेबसाइट के लिए हाथ से तैयार मॉक-अप की तस्वीर ले सकता है और इससे एक वास्तविक इमेज बना सकते हैं।