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क्या है OpenAI की नई पेशकश GPT-4? फर्स्ट जेनेरेशन जीपीटी से ऐसे होगी अलग

What Is GPT-4 पॉपुलर चैटबॉट ने लॉन्च होने के ठीक दो महीने बाद ही 100 मिलियन एक्टिव मंथली यूजर का आंकड़ा पार कर लिया था। चैटबॉट चैटजीपीटी को लाने वाली कंपनी ओपनएआई के लिए यह प्रोजेक्ट एक सफल प्रयास था। (फोटो- जागरण)

By Shivani KotnalaEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Sun, 12 Mar 2023 11:20 AM (IST)
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What Is GPT-4 When Will Come Features Know Everything About It, Pic Courtesy- Jagran File

नई दिल्ली, टेक डेस्क। बीते साल ह्यूमन लाइक टैक्स्ट जनरेट करने वाली नई तकनीक चैटजीपीटी को पेश किया गया था। इस नई तकनीक के पेश होते ही इसे यूजर्स का काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला । पॉपुलर चैटबॉट चैटजीपीटी ने लॉन्च होने के ठीक दो महीने बाद ही 100 मिलियन एक्टिव मंथली यूजर का आंकड़ा पार कर लिया था।

चैटबॉट चैटजीपीटी को लाने वाली कंपनी ओपनएआई के लिए यह प्रोजेक्ट एक सफल प्रयास था। ऐसे में कंपनी अब यूजर्स को लुभाने के लिए नई खासियतों के साथ एक के बाद एक चैटजीपीटी के नए जेनेरेशन पेश कर रही है।

हाल ही में जानकारी सामने आई है कि कंपनी अगले सप्ताह ही नेक्स्ट जेनेरेशन लार्ज लैंग्वेंज मॉडल GPT-4 को पेश कर सकती है। आइए जानते हैं माइक्रोसॉफ्ट बैक्ड स्टार्टअप ओपनएआई की किन खासियतों के साथ GPT-4 को लॉन्च करेगा और यह चैटजीपीटी से कैसे अलग होगा-

म्यूजिक, इमेज और वीडियो को भी समझने में सक्षम होगा GPT-4

ओपनएआई के चैटबॉट चैटजीपीटी को यूजर के टैक्स्ट आधारित सवालों के जवाब देने की खासियत के साथ पेश किया गया है। जबकि नेक्स्ट जेनेरेशन लार्ज लैंग्वेंज मॉडल GPT-4 को एआई पावर्ड वीडियो और कई दूसरे कंटेंट को पेश करने की क्षमता के साथ लाया जाएगा।

ह्यूमन लाइक टैक्स्ट से बढ़कर नया मॉडल इमेज, म्यूजिक और वीडियो के रूप में पूछे गए यूजर के सवालों को समझने में भी माहिर होगा। सवालों को टैक्स्ट के अलावा अलग फॉर्म में समझकर नया मॉडल यूजर के सवालों का सटीक जवाब भी देने की कोशिश करेगा।

पहले के मुकाबले तेजी गति से मिलेंगे सवालों के जवाब

नया मॉडल यूजर के सवालों के जवाब देने में पहले के मुकाबले कम समय लेगा। जानकारी हो कि चैटजीपीटी कई बार यूजर के सवालों के जवाब देने में काफी समय लगता है।

वेब बेस्ड नहीं मोबाइल पर कर सकेंगे GPT-4 का इस्तेमाल

GPT-4 मोबाइल ऐप पर आधारित हो सकता है। जबकि चैटजीपीटी अभी तक यूजर्स के लिए वेब- बेस्ड लैंग्वेज मॉडल रहा है। कंपनी ने चैटजीपीटी के किसी मोबाइल ऐप का एलान भी नहीं किया था।

इसके अलावा माना जा रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट के बिंग सर्च प्लेटफॉर्म पर भी नए मॉडल का इस्तेमाल किया जा सकता है।