HTTP vs HTTPS: इन दोनों टर्म्स का क्या है मतलब, इंटरनेट यूजर की सुरक्षा के लिए कैसे करते हैं काम
Difference Between HTTP and HTTPS Comparison Http और Https दोनों ही ऐसी टर्म हैं जो हर इंटरनेट यूजर के लिए जरूरी हैं। इन दोनों के बीच का अंतर समझना जरूरी है ताकि इंटरनेट के इस्तेमाल के साथ आप अपनी सिक्योरिटी को लेकर भी पूरी जानकारी रख सकें। दोनों ही प्रोटोकोल का इस्तेमाल अलग-अल वेबसाइट के लिए होता है। ऐसे में दोनों प्रोटोकोल के बीच के अंतर को समझाने की कोशिश कर रहे हैं।
By Shivani KotnalaEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Wed, 21 Jun 2023 03:42 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। इंटरनेट का इस्तेमाल एक स्मार्टफोन यूजर द्वारा रोजाना किया जाता है। अपनी जरूरतों के लिए हम दिन में कई बार ब्राउज़र की मदद से वेब पेज और वेबसाइट पर पहुंचते हैं। क्या आपने कभी किसी वेब पेज के एडरेस बार पर ग्रीन लॉक के साथ HTTPS और HTTP को पाया है।
अगर हां तो यह सवाल भी जरूर आया होगा कि इन दोनों ही टर्म का आखिर मतलब क्या है, ग्रीन लॉक अगर इंटरनेट पर आपकी जानकारियों की पक्की सुरक्षा का सूचक है तो यह हर वेबसाइट और वेबपेज पर क्यों नजर नहीं आता।अगर आप सोच रहे हैं कि ग्रीन लॉक वेबसाइट ही सही और ट्रस्टवर्दी वेबसाइट्स हैं और HTTP वाली नहीं, तो बता दें ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। इन दोनों ही टर्म का इस्तेमाल सही है, लेकिन ये एक दूसरे से अलग हैं। Http और https हैं और एक दूसरे से कैसे अलग हैं इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
Http और https क्या है?
Http और https की फुल फॉर्म की बात करें तो Http हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकोल और https की फुल फॉर्म हाइपर टेक्स्ट ट्रांसफर प्रोटोकोल सिक्योर्ड है। ये दोनों ही टर्म नेवटर्क प्रोटोकोल हैं। आसान भाषा में समझें तो जब भी किसी इंटरनेट यूजर द्वारा जानकारियों के लिए ब्राउजर की मदद से कोई सवाल सर्च इंजन में डाला जाता है तो ब्राउजर इन जानकारियों के लिए वेब सर्वर को रिक्वेस्ट भेजता है।
दरअसल वर्ल्ड वाइड वेब पर कई जानकारियां मौजूद होती हैं, ऐसे में इन जानकारियों में किसी खास जानकारी के लिए रिक्वेस्ट भेजे जाने पर सर्वर इन्हें उपलब्ध करवाता है। ब्राउजर और सर्वर के बीच डेटा के ट्रांसफर के लिए नेटवर्क प्रोटोकोल को फॉलो किया जाता है। यहां प्रोटोकोल का मतलब कुछ डेटा ट्रांसफर के लिए नियमों से है।