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WhatsApp: दोस्तों की शक्ल कॉपी कर स्कैमर्स चुरा रहे हैं आपके मेहनत की कमाई, इन तरीकों से रह सकेंगे सुरक्षित

पिछले कुछ सालों में साइबर क्राइम और डीपफेक के घोटाले बढ़ गए है। ऐसे में स्कैमर्स हर फेज में लोगों को ठगने के लिए अलग-अलग पैतरे अपनाते हैं। डीपफेक वीडियो कॉल वॉट्सऐप घोटाले का नया खतरा है। डीपफेक वीडियो अब वॉट्सऐप कॉल में अपनी जगह बना रहे हैं जिसका इस्तेमाल लोगों से पैसे चुराने के लिए किया जा रहा है। आइये इसके बारे में जानते हैं।

By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Tue, 18 Jul 2023 07:07 PM (IST)
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Beware of WhatsApp deep fake video call, know the details here
नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत में वॉट्सऐप के लाखों यूजर्स है, जो अलग-अलग जरूरतों के हिसाब से इसका इस्तेमाल करते हैं। प्लेटफॉर्म के आगे बढ़ने के साथ ही इससे जुड़े खतरे भी बढ़ते जा रहे हैं।

वॉट्सऐप घोटाले सभी आकारों और रूपों में आ रहे हैं।

अब लेटेस्ट वर्जन में डीपफेक वीडियो के माध्यम से एआई शामिल है। डीपफेक वीडियो कॉल का उपयोग स्कैमर्स द्वारा लोगों को धोखा देने और कथित आपातकालीन कारणों के लिए भुगतान करने के लिए किया जा रहा है।

डीपफेक वीडियो कॉल का शिकार

इस घोटाले का पहला शिकार केरल में एक 72 वर्षीय व्यक्ति हुए थे, जिनसे वॉट्सऐप से डीप फेक वीडियो कॉल के कारण 40,000 रुपये गवाएं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएस राधाकृष्णन की शिकायत के बाद कोझिकोड शहर में पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया है कि उन्हें अपने दोस्त से एक संदेश मिला।

पीड़ित को उसी व्यक्ति से एक वॉट्सऐप कॉल भी आया, जिसमें मेडिकल इमरजेंसी के लिए तत्काल पैसे मांगे गए। पीड़ित को कॉल करने वाले व्यक्ति की पहचान के बारे में निश्चित नहीं था, इसलिए उसने दोस्त से उसके नंबर पर वीडियो कॉल करने का अनुरोध किया। पुलिस रिपोर्ट में कहा गया है, पीड़ित को एक कॉल आई जो केवल 30 सेकंड तक चली, जहां वह घोटालेबाज के चेहरे का क्लोज-अप देख सकता था।

दोस्तों की शक्ल में आती है कॉल

पीड़ित ने उल्लेख किया कि कॉल सुचारू रूप से चली और वह कॉल करने वाले की पहचान से संतुष्ट थे। फिर उन्होंने UPI के जरिए अपने खाते से 40,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए और उन्हें किसी भी गलत काम का संदेह नहीं हुआ। हालांकि, घोटालेबाज ने फिर से अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया, और एक बार फिर पैसे का अनुरोध किया तभी राधाकृष्णन को संदेह हुआ।

अब, उसने उस व्यक्ति को फोन करने का फैसला किया, जो उसे फोन करके पैसे मांग रहा था। उसे बहुत आश्चर्य हुआ, जब दोस्त ने किसी भी तरह के पैसे मांगने या उसे फोन करके पैसे मांगने से इनकार कर दिया। तब पीड़ित को एहसास हुआ कि उसके साथ धोखाधड़ी की गई है और स्कैमर्स उसकी सहमति से पैसे लेने में कामयाब रहा।

वॉट्सऐप के माध्यम से एआई डीपफेक हमले

एआई का सबसे काला रूप डीपफेक है और इस घटना से यह स्पष्ट है कि घोटालेबाज अब लोगों को धोखा देने और उन्हें पैसे ठगने की इस तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं। डीप फेक आसानी से उपलब्ध ऑनलाइन टूल का उपयोग करके दोस्त या परिवार के सदस्यों के चेहरे बना सकते हैं, और उनका उपयोग लोगों को बेवकूफ बनाने और चिकित्सा आपातकाल की आड़ में उनसे पैसे मांगने के लिए कर सकते हैं।

वास्तव में, इस तरह के घोटाले किसी ज्ञात व्यक्ति की तस्वीर (उनके सोशल मीडिया अकाउंट से ली गई) का उपयोग करके और उनकी संपर्क सूची के लोगों से पैसे मांगने से भी होते हैं। इस तरह की घटनाएं इन दिनों बड़े पैमाने पर हो रही हैं, लेकिन अगर यूजर सक्रिय है और ऐसे हमलों से निपटने के बारे में जागरूक है तो इससे पूरी तरह बचा जा सकता है।

शिकार बनने से कैसे बचें

आजकल हर ऑनलाइन घोटाले की तरह, डीपफेक वीडियो घोटाला भी रोका जा सकता है। आपको बस बुनियादी बातों का पालन करना होगा और जिस व्यक्ति से आप मैसेज भेज रहे हैं/बात कर रहे हैं उसके बारे में जागरूक रहना होगा।

  • लोगों की असली पहचान जाने बिना उनसे कभी चैट न करें।
  • पैसे से संबंधित अनुरोध के लिए आपको कॉल करने वाले व्यक्ति का नंबर हमेशा जांचें।
  • अब आप वॉट्सऐप पर किसी परिचित व्यक्ति की प्रोफाइल फोटो पर पैसे मांगते हुए देखते हैं, तो बेहतर होगा कि आप तुरंत उन्हें कॉल करें और जांच लें कि क्या उन्होंने कोई अनुरोध किया है।
  • UPI के माध्यम से पैसे भेजने से पहले, हमेशा उस खाते/मोबाइल नंबर की जांच करें जिसमें आप राशि भेज रहे हैं।