#Tag Concept: कहां से आया आपके कंटेंट को लाइमलाइट में लाने वाला #टैग का कॉन्सेप्ट, कहानी बड़ी रोचक है
अगर आप सोशल मीडिया यूजर है तो हैशटैग के बारे में जरूर जानते होंगे और हो सकता है आपने हैशटैग का इस्तेमाल अपनी पोस्ट के साथ किया भी हो। लेकिन क्या आपको पता है कि सबसे पहले Hashtag का इस्तेमाल कहां और कब किया गया था। इस लेख में हम हैशटैग के कॉन्सेप्ट की पूरी एबीसीडी समझने वाले हैं। आइए इसके बारे में जानते हैं।
टेक्नोलॉजी डेस्क, नई दिल्ली। अगर आप सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं तो आपने हैशटैग यानी # के बारे जरूर सुना होगा। अक्सर सोशल प्लेटफॉर्म्स पर कुछ न कुछ ट्रेडिंग में रहता है और जो भी चीज सबसे ज्यादा ट्रेडिंग में रहती है उसके साथ हैशटैग जुड़ा होता है।
लेकिन क्या कभी आपने जानने की कोशिश की है कि आखिर #Tag का कॉन्सेप्ट कहां से आया और सबसे पहली बार इसे कब इस्तेमाल किया गया था। इस लेख में हम हैशटैग के आने की पूरी एबीसीडी समझने वाले हैं।
पहली बार #Tag का इस्तेमाल
हैशटैग का कॉन्सेप्ट (#Tag Concept) सालों पुराना है, जब इंटरनेट धीरे-धीरे पनप रहा था उसी दौर में हैश सिंबल सामने आया। पहली बार हैश सिंबल का यूज 1988 में इंटरनेट रिले चैट (IRC) के लिए किया गया था। हालांकि उस समय में इसका मतलब सोशल मीडिया से नहीं बल्कि एक नेटवर्क पर मौजूद स्पेसिफिक कंटेंट को खोजने से था।
23 अगस्त 2007 को आया पहला हैशटैग
मौजूदा समय में हैशटैग मतलब X (पूर्व में ट्विटर) से है। लेकिन शुरुआत में ऐसा नहीं था, बल्कि 23 अगस्त 2007 में सैन फ्रांसिस्को के पूर्व गूगल डेवलपर क्रिस मेसिना ने IRC से प्रेरित होकर पहली बार हैशटैग के साथ ट्वीट किया था। ऐसे इन्होंने एक्स (ट्विटर) पर फेक कंटेंट पर लगाम लगाने के लिए किया था।ये भी पढ़ें- Sim Card: कोने से क्यों कटा होता है सिम कार्ड, बेहद दिलचस्प है इसके पीछे की स्टोरी