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आखिर 5G नेटवर्क के इस्तेमाल में क्यों हो रही समस्या? स्मार्टफोन कंपनियां कैसे दूर करेंगी ये परेशानी

भारत में 5G के लॉन्च के साथ ही लोगों में इसको लेकर काफी क्रेज है। लेकिन इसके इस्तेमाल में समस्या आ रही है। कई फोन निर्माताओं ने यूजर्स को 5G कनेक्शन को इनेबल करने के लिए सॉफ्टवेयर अपडेट लाने की बात कही है इसके लिए समय सीमा निर्धारित की है।

By Ankita PandeyEdited By: Updated: Wed, 23 Nov 2022 04:17 PM (IST)
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Reasons behind the difficulty will using 5G network in smartphone in India
नई दिल्ली, टेक डेस्क। भारत में अक्टूबर में 5G नेटवर्क को लॉन्च किया गया था। इसके लॉन्च के साथ ही टेलीकॉम ऑपरेटर्स के साथ स्मार्टफोन निर्माताओं में भी हलचल मच गई। जब भारत में 4G की शुरुआत हुई थी, तब किसी ने इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचा था। लोगों ने अपने फोन का उपयोग करना जारी रखा, जबकि नेटवर्क तेजी से 4G (LTE) नेटवर्क से जुड़ा हुआ था और धीरे-धीरे वॉयस-ओनली 3G नेटवर्क से दूर हुआ। लेकिन अब, Reliance Jio और Bharti Airtel द्वारा 5G नेटवर्क ताबड़तोड़ मार्केटिंग के बावजूद भी तकनीक-प्रेमी  सोच रहे हैं कि अपने 5G  फोन पर 5G शुरू कैसे करें। 

5G फोन को सॉफ्टवेयर अपडेट की जरूरत

बता दें कि जब तक फ़ोन ब्रांड आपको एक सॉफ़्टवेयर अपडेट नहीं भेजता, तब तक आपको अपने फ़ोन पर 5G सिग्नल देखने को नहीं मिलेगा, भले ही आपने पास '5G इनेबल' फोन क्यों न हो। इसका कारण यह है कि स्मार्टफ़ोन को इस तरह से प्रोग्राम किया जाता है कि वह लगातार हाई नेटवर्क सिग्नल की खोज करता रहे।

यही कारण है कि जब आप लगातार खराब नेटवर्क एरिया में रहते हैं तो आपके फोन की बैटरी तेजी से खत्म होती है।

'5G रेडी' फोन में 5G नेटवर्क से कनेक्ट करने के लिए हार्डवेयर होता है, लेकिन जब उन्हें भारत भेजा जाता है, तो ब्रांड इन फोन को 5G नेटवर्क से कनेक्ट होने से रोकने और उनकी बैटरी खपत को रोकने के लिए एक 'सॉफ्ट लॉक' का इस्तेमाल करते हैं। बता दें कि कई फ़ोन निर्माताओं ने समय सीमा बताई है जिसके भीतर आपको एक सॉफ़्टवेयर अपडेट मिलेगा जो आपके फ़ोन पर 5G कनेक्शन को सक्षम कर देगा। Apple और Samsung ने अपडेट का वादा किया है जो दिसंबर तक भारतीय उपकरणों पर 5G को सक्षम कर देगा। इसके लिए अपने फोन के 'सॉफ्टवेयर अपडेट' सेक्शन को नियमित रूप से चेक करते रहें।

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अपनी नेटवर्क सेटिंग की करें जांच

आमतौर पर, हर स्मार्टफोन आपको सबसे तेज कनेक्टिविटी स्पीड देने के लिए अपने फर्मवेयर पर उपलब्ध हाई नेटवर्क क्वालिटी को चुनता है।इसलिए आपको यह भी सुनिश्चित करना होगा कि आपने अपने फोन पर सही मोबाइल डाटा नेटवर्क का चयन किया है। इसके लिए अपने फोन की नेटवर्क सेटिंग में जाएं और मोबाइल डाटा चुनें। अगर आपके फ़ोन में 5G नेटवर्क तक पहुंचने के लिए आवश्यक फ़र्मवेयर है, तो मोबाइल डाटा सेटिंग के अंतर्गत एक '5G/LTE' या समान लेबल होगा, इसको चेक करें। ये एक 'ऑटो कनेक्ट' आमतौर पर आपको सभी नेटवर्क (3G/4G/5G) के लिए कवरेज देता है।

नहीं चाहिए नया सिम

5G को 4G के मौजूदा कोर फ्रेमवर्क पर बनाया गया है। नतीजतन, आपको 5G सेवाओं को एक्सेस करने के लिए नए सिम की जरूरत नहीं है। आपका मौजूदा सिम 5G नेटवर्क के लिए कनेक्टिविटी देता रहेगा,जिसमें NSA भी शामिल है। बता दें कि नॉन-स्टैंडअलोन (NSA) 5G नेटवर्क का प्रकार है जहां यूजर-ऐंड कनेक्टिविटी नोड को अपग्रेड किया जाता है न कि नेटवर्क के कोर को। जबकि स्टैंडअलोन (SA) 5G नेटवर्क को सैद्धांतिक रूप से नए सिम कार्ड की आवश्यकता बताई गई है, Jio, जो देश में SA 5G नेटवर्क का निर्माण कर रहा है, इसका कहना है कि यह मौजूदा सिम कार्ड काम करेंगे।

क्या आपके क्षेत्र में है 5G

अगर आपके क्षेत्र में 5G नेटवर्क के उपलब्ध नहीं है तो आपको इसकी प्रतीक्षा करनी होगी। Jio और Airtel दोनों नेभारत के कई शहरों में 5G सेवाएं लॉन्च कर दी हैं और जल्द ही ये नेटवर्क देश के कोने- कोने में होगा। जब आपके नेटवर्क सर्कल में 5G उपलब्ध हो जाएगा, तो आपको इसकी सूचना मिल सकती है।

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