Youtube ने बीते अक्टूबर से दिसंबर तक हटाए 22.5 लाख वीडियो, दो करोड़ से अधिक चैनल पर भी चली कैंची
यूट्यूब ने दुनिया भर में 90 लाख वीडियो हटा दिए हैं। इनमें से 53.46 प्रतिशत वीडियो एक बार देखे जाने से पहले ही हटा लिए गए और 27.07 प्रतिशत वीडियो को हटाने से पहले एक से दस बार देखा गया। इसके अलावा गत वर्ष की चौथी तिमाही में स्पैम नीतियों के उल्लंघन में दो करोड़ चैनलों को भी हटा दिया गया।
आइएएनएस, नई दिल्ली। गूगल (Google) के स्वामित्व वाले यूट्यूब (YouTube) ने गत वर्ष की चौथी तिमाही अर्थात अक्टूबर से दिसंबर तक सामुदायिक दिशा-निर्देशों (Community Guidelines) का उल्लंघन करने पर भारत में 22.5 लाख से अधिक वीडियो हटा दिए। वीडियो हटाने की यह संख्या 30 देशों में सर्वाधिक है। यूट्यूब ने मंगलवार को जारी रिपोर्ट में बताया कि सिंगापुर (12.43 लाख) और अमेरिका (7.88 लाख) इस सूची में दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे। वहीं 41,176 वीडियो हटाने के साथ इराक इस सूची में अंतिम स्थान पर रहा।
इस प्रकार समान अवधि में यूट्यूब ने विश्वभर में 90 लाख वीडियो हटाए। इनमें से 53.46 प्रतिशत वीडियो एक बार देखे जाने से पहले ही हटा लिए गए और 27.07 प्रतिशत वीडियो को हटाने से पहले एक से दस बार देखा गया।इसके अलावा गत वर्ष की चौथी तिमाही में स्पैम नीतियों के उल्लंघन में दो करोड़ चैनलों को भी हटा दिया। इसके अतिरिक्त यूट्यूब ने समान अवधि में 110 करोड़ टिप्पणियों को भी हटा दिया। इनमें से अधिकांश अवांछित थीं।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने कहा, "यूट्यूब के कम्यूनिटी गाइडलाइंस दुनिया भर में लगातार लागू किए जाते हैं, भले ही अपलोड करने वाला कोई भी हो, कंटेंट कहीं भी अपलोड किया गया हो या जैसे भी कंटेंट तैयार किया गया हो। जब किसी कंटेंट को हमारे दिशानिर्देशों का उल्लंघन करने के लिए हटाया जाता है, तो उसे मशीन लर्निंग और हमारे कर्मचारियों (Human Reviewers), दोनों के सहयोग से नीतियों को लागू करते हुए विश्व स्तर पर हटा दिया जाता है।"
इसके अलावा, YouTube ने "स्पैम नीतियों का उल्लंघन करने के लिए साल 2023 की चौथी तिमाही में 2 करोड़ से अधिक चैनलों को भी हटा दिया। साथ ही 110 करोड़ से अधिक टिप्पणियों को भी हटा दिया गया, जिनमें से अधिकांश स्पैम थीं। YouTube ने कहा कि हटाई गई 99 प्रतिशत से अधिक टिप्पणियों का स्वचालित रूप से पता लगाया गया।