Youtube music में जनरेटिव एआई को मिलेगी जगह, यूजर्स और क्रिएटर्स के लिए होगा फायदेमंद
Google ने अपने ब्लॉगपोस्ट में कहा कि यूट्यूब संगीत में AI के उपयोग का पता लगाने और कलाकारों और संगीतकारों के साथ काम करने के लिए एक इनक्यूबेटर लॉन्च कर रहा है। अल्फाबेट इकाई ने इनक्यूबेटर के लिए यूनिवर्सल म्यूजिक को अपने पहले पार्टनर्स के रूप में साइन किया है। यह जेनरेटिव अल AI है जो टेक्स्ट इमेज साउंड और अन्य डेटा जनरेट करने में सक्षम है।
By Ankita PandeyEdited By: Ankita PandeyUpdated: Tue, 22 Aug 2023 01:44 PM (IST)
नई दिल्ली, टेक डेस्क। गूगल ने अपने सालाना इवेंट में ही Ai को अपने ज्यादातर प्रोग्राम का हिस्सा बनाने की बात कही थी। जिसपर वह लगातार काम कर रही है। इतना ही नहीं Google (म्यूजिकएलएम), फेसबुक-पैरेंट मेटा (ऑडियोक्राफ्ट) और ओपनएआई (ज्यूकबॉक्स) कुछ ऐसी कंपनियां हैं, जो जेनरेटिव एआई मॉडल पर काम कर रही हैं।
यह टेक्स्ट प्रॉम्प्ट के साथ संगीत बना सकती हैं। जब कंटेंट क्रिएशन में एआई के उपयोग की बात आती है तो इंडस्ट्री में पहले ही इसको लेकर हंगामा देख चुका है और यूट्यूब अब इस पर ध्यान दे रहा है। कंपनी के सीईओ ने कहा है कि Google का वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म हमारे म्यूजिक पार्टनर्स के साथ मिलकर AI को जिम्मेदारी से मिलने जा रही है।
तीन एआई सिद्धांत
यूट्यूब के सीईओ नील मोहन ने कहा कि कंपनी ने अपने संगीत पार्टनर्स के साथ मिलकर एआई तकनीक पर संगीत उद्योग के साथ साझेदारी के लिए सिद्धांत बनाए हैं।उन्होंने कहा कि अब, हम अपने सामान्य लक्ष्यों की दिशा में काम करने में मदद करने के लिए एक एआई फ्रेमवर्क विकसित करने के लिए यूनिवर्सल म्यूजिक ग्रुप सहित अपने म्यूजिक पार्टनर्स के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।
कंपनी के अनुसार, YouTube क्रिएटर्स ने अपनी रचनात्मक प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के लिए AI को अपनाया है और 2023 में YouTube पर AI टूल से संबंधित वीडियो को 1.7 बिलियन से अधिक बार देखा गया है।