5 सितंबर के दिन जन्में Dr Sarvepalli Radhakrishnan ने की इन पुस्तकों की रचना, जिसमें छिपी भारतीय संस्कृति की छवि
Best Books To Read यदि आप अध्यापक दिवस के दिन कुछ खास पुस्तके ऑनलाइन सर्च कर रहे हैं तो आपके लिए लेख में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की उन किताबों को चुना गया है जिन्हें युवा से लेकर बड़े बुजुर्ग आदि पढ़ते हैं। इसमें आपको काफी सारी गहन जानकारी भारतीय दर्शन इंडियन फिलॉसफी से जुड़ी जानकारी मिलेंगी जिसे आप पढ़ सकते हैं।
Dr Sarvepalli Radhakrishnan: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर, 1888 को मद्रास से चालीस मील उत्तर-पूर्व के एक छोटे से गाँव तिरुत्तनी में हुआ था। वह अपने माता-पिता की दूसरी संतान थे। उनके मुख्य कार्यों में शामिल हैं। ईस्ट एंड वेस्ट, ईस्टर्न रिलिजन एंड वेस्टर्न थॉट, ईस्ट एंड वेस्ट इन रिलिजन, द रेन ऑफ़ रिलिजन इन द कंटेम्पररी फिलोसोफी, रिलिजन एंड सोसाइटी, द रिकवरी ऑफ़ फैथ, इंडियन फिलोसोफी, एन आइडियलिस्ट व्यू ऑफ़ लाइफ, द हिन्दू व्यू ऑफ़ लाइफ आदि।
राधाकृष्णन ने शास्त्रीय साहित्य का गहन अध्ययन किया था। (Sarvepalli Radhakrishnan History) उन्होंने भारतीय दर्शन का गहराई से अध्ययन किया, जिसने उन्हें बहुत प्रभावित किया। शंकराचार्य, रामानुज, माधव, निम्बार्क और अन्य लोगों द्वारा ब्रह्म सूत्र पर समीक्षा, उपनिषद, भगवद-गीता का अध्ययन, बुद्ध के संवाद और बौद्ध और जैन शास्त्रों ने उनके विचार को व्यापक किया। प्लेटो, पोंटियस, कांट, ब्रैडली, बर्गसन और व्हाइटहेड जैसे पश्चिमी दार्शनिकों ने भी उनके लेखन में उन्हें प्रभावित किया। भारत के समकालीन विचारकों में गांधी और टैगोर उनके मित्र थे और उन पर उनका एक निश्चित प्रभाव था। राधाकृष्णन एक रहस्यवादी दार्शनिक हैं। उनका धार्मिक विचार उनके दर्शन के डेटा के रूप में कार्य करता है। यद्यपि उन्होंने प्राचीन, मध्ययुगीन और आधुनिक दर्शन पढ़े थे, फिर भी अपने लेखन के वास्तविक स्रोत के लिए वे अपने व्यक्तिगत आध्यात्मिक अनुभवों पर निर्भर थे।
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की पुस्तकें (Best Books To Read On Dr Sarvepalli Radhakrishnan)
लेख में Books Hindi में पांच अत्यधिक पसंद की जाने वाली पुस्तकों की जानकारी दी जा रही है, जिन्हें आप काफी कम प्राइस में ऑनालाइन ऑर्डर कर सकते हैं। इनमें भारतीय दर्शन खंड 1, हिंदु दर्शन, इंडियन फिलॉसफी, मैं राधाकृष्णन बोल रहा हूं, भारतीय दर्शन खंड 2 के ऑप्शन दिए जा रहे है।
1. Bharatiya Darshan-I By Dr Radhakrishnan
महान् भारतीय दार्शनिक और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन ने भारतीय दर्शन की तर्क और विज्ञान के आधार पर व्याख्या की और उसे पूरी दुनिया तक पहुंचाया। उनका विश्वविख्यात ग्रंथ इंडियन फिलॉसफी वर्षों तक ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में पाठ्यक्रम के रूप में पढ़ाया जाता रहा। प्रस्तुत ग्रंथ इंडियन फिलॉसफी का प्रामाणिक हिंदी अनुवाद है।
वैदिक काल से लेकर आज तक भारतीय दर्शन ने जो पड़ाव पार किए हैं, इस ग्रंथ में उन सभी का क्रमिक विवेचन किया गया है। इसकी विशेषता यह है कि भारतीय दर्शन के विभिन्न सिद्धांतों की तुलना इसमें दुनिया के विभिन्न मतों और दर्शनों से की गई है। विषय के अत्यंत गूढ़ और गहन होने के बावजूद प्रस्तुत ग्रंथ की भाषा सहज और सरल है। अध्यापक दिवस के दौरान आप इस पुस्तक को पढ़ सकते हैं। Book Price: Rs 448.
2. HINDU DARSHAN By Dr Sarvepalli Radhakrishnan
डॉ.एस. राधाकृष्णन ने हिंदू धर्म के केंद्रीय सिद्धांतों, इसके दार्शनिक और आध्यात्मिक सिद्धांत, धार्मिक अनुभव नैतिक चरित्र और पारंपरिक धर्मों की व्याख्या की है। हिंदू धर्म परिणाम नहीं एक प्रक्रिया है। विकसित होती परंपरा है, न कि निश्चित रहस्योद्घाटन, जैसा कि अन्य धर्मों में होता है। उन्होंने ईसाई धर्म, इसलाम और बौद्ध धर्म की तुलना हिंदू धर्म के संदर्भ में की है और इस बात पर बल दिया है कि इन धर्मों का अंतिम उद्देश्य सार्वभौमिक स्वयं की प्राप्ति है।
धर्म को लेकर राधाकृष्णन का विश्लेषण परम बौद्धिक और संतुलित है तथा उनके व्याख्यानों को विश्व भर में हार्दिक प्रतिक्रिया मिली है। इस पुस्तक के लेख इस महान् दार्शनिक के मन को प्रतिबिंबित करते हैं। जिनका अभिवादन एक और विवेकानंद के रूप में किया गया है। हिंदू धर्म का विहंगम दिग्दर्शन करानेवाली पठनीय पुस्तक को अध्यापक दिवस पर खरीद सकते हैं। Book Price: Rs 145.
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3. Indian Philosophy in Hindi By Dr Radhakrishnan
डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने इंडियन फ़िलॉसफ़ी (भारतीय दर्शनशास्त्र) नाम की किताब लिखी है। यह दो खंडों में बंटी हुई किताब है। इस किताब में वैदिक काल से लेकर आज तक भारतीय दर्शन के विकास का क्रमबद्ध विवरण दिया गया है। इसमें भारतीय दर्शन के अलग-अलग सिद्धांतों की तुलना दुनिया के दूसरे मतों और दर्शनों से की गई है। इस किताब को सालों तक ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाया जाता था।
इस पुस्तक में भारतीय संस्कृति से जुड़ी जानकारी दी गई है, जो 4 के पैक में है। इन पुस्तकों को आप सेट में भी खरीद सकते हैं। डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन द्वारा लिखी गई पुस्तक को आप Teachers Day के मौके पर खरीद सकते हैं। बच्चे, युवा औऱ बुजुर्ग आदि इससे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। Book Price: Rs 590.
4. Main Radhakrishnan Bol Raha Hoon
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति से ओत-प्रोत एक आस्थावान् राष्ट्र-सेवक थे। इसके साथ ही वे सभी धर्मों और धर्मावलंबियों के प्रति समान आदरभाव रखते थे। वे स्वभाव से अत्यंत विनम्र और धैर्यशील थे। डॉ. राधाकृष्णन एक उच्चकोटि के दार्शनिक; मूर्धन्य लेखक एवं राष्ट्रीय विचारों के ओजस्वी प्रवक्ता थे। उन्होंने दर्शन एवं संस्कृति पर अनेक ग्रंथों की रचना की।
यों तो डॉ. राधाकृष्णन का मूलरूप एक शिक्षक का ही था; परंतु एक उच्चकोटि के लेखक और दर्शनशास्त्र के व्याख्याता के रूप में उन्हें अधिक ख्याति मिली। ऐसे महान् दार्शनिक; विचारक; चिंतक व शिक्षाशास्त्रा् के प्रेरक विचारों का संकलन अवश्य ही हमारा मार्ग प्रशस्त करेगा। Dr Sarvepalli Radhakrishnan Book Price: Rs 200.
5. Bharatiya Darshan-II By Dr Radhakrishnan
डॉ. राधाकृष्णन् के महत्वपूर्ण दर्शन ग्रंथ 'इंडियन फिलॉसफी' के दूसरे खंड का अनुवाद है। इस विद्वतापूर्ण ग्रंथ में लेखक ने बौद्धकाल के अंतिम चरण अर्थात् हिन्दू-धर्म पुनर्जागरण काल से आज तक के भारतीय दर्शन के विकास की विशद विवेचना और अध्ययन प्रस्तुत किया है। विशेषतः षड्दर्शन के छहों अंगों पर मध्ययुग के पहले और बाद के हिन्दू धर्म के व्याख्याताओं की स्थापनाएं यहां प्रतिपादित हुई हैं। इन मनीषियों की स्थापनाओं की दार्शनिक विशिष्टताओं को विश्व के अन्यान्य दार्शनिकों के मतों की तुलना में रखते हुए लेखक ने भारतीय धर्म और दर्शन की वैज्ञानिकता और जीवन के साथ उनकी संगति को बहुत ही उदात्त और निष्पक्ष रूप से दर्शाया है।
पुस्तक के अंतिम अंश में संपूर्ण दर्शन वाङ्मय पर लेखक के समन्वयात्मक विचार प्रस्तुत हुए हैं। डॉ. राधाकृष्णन् की विद्वता और उनकी लेखन-शैली की मौलिकता की विश्व के विद्वानों ने प्रशंसा की है। प्रस्तुत ग्रंथ उनकी उन सारी विशेषताओं से युक्त एक विशिष्ट कृति है, जो इस पुस्तक में आपको गहन अध्ययन के दौरान मिलेगी। Book Price: Rs 478.
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