विश्व हिंदी दिवस 2024 पर पढ़ना चाहते हैं हिंदी की पुस्तकें, तो पढ़ें तमस, गुनाहों का देवता, गोदान आदि पुस्तकें
Best Books To Read On World Hindi Diwas - विश्व हिन्दी दिवस का उद्देश्य विश्व में हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करना हिन्दी के प्रति अनुराग पैदा करना हिन्दी की दशा के लिए जागरूकता पैदा करना तथा हिन्दी को विश्व भाषा के रूप में प्रस्तुत करना है। विश्व हिंदी दिवस के मौके पर हिंदी की वे फेमस पुस्तकें जिन्हें आप खाली समय में पढ़ सकते हैं चुने।
Best Books To Read On World Hindi Diwas: भारत सरकार ने प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के कार्याकाल में 10 जनवरी, 2006 को विश्व हिंदी दिवस के रुप में मनाए जाने की घोषणा की थी। इसके बाद से हर साल इस दिन को धूमधाम के साथ मनाया जाता है। विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर सभी भारतीयों को हिंदी को दुनिया के कोने-कोने में पहुंचाने का संकल्प लेना चाहिए। इसलिए आज 10 जनवरी को भारत समेत दुनियाभर में विश्व हिंदी दिवस मनाया जा रहा है। विश्व भर में हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए और इसे बढ़ावा देने के मकसद से हर वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के अलावा हिंदी को लेकर दुनियाभर के तमाम देशों में बसे भारतीयों को एक सूत्र में बांधने के लिए भी विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।
साल 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन किया था। 1975 से भारत, मॉरीशस, यूनाइटेड किंगडम, त्रिनिदाद और टोबैगो, संयुक्त राज्य अमेरिका जैसे विभिन्न देशों में विश्व हिंदी सम्मेलन का आयोजन किया गया। विश्व हिंदी दिवस पहली बार 10 जनवरी, 2006 को मनाया गया था। तब से यह हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।
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Best Books To Read On World Hindi Diwas: पुस्तक की जानकारी
भारत एक ऐसा देश है, जहां बातचीत के लिए कई तरह की भाषाओं का प्रयोग किया जाता है, लेकिन हिंदी एक ऐसी भाषा है जो ज्यादातर भारतीयों को एक डोर में जोड़े रहती है। आज के समय में भले ही ज्यादातर लोगों का झुकाव अंग्रेजी की तरफ हो गया है, पर वर्तमान समय में भी भारत में राजभाषा और आधिकारिक भाषा के तौर पर हिंदी को ही पहचाना जाता है, इसलिए तो हमने भी आपके लिए कुछ हिंदी प्रसिद्ध पुस्तकों का चयन किया है, जिन्हें आज भी हिंदी की परिभाषा माना जाता है।
1. Tamas - तमस - Book Read
तमस आजादी के ठीक पहले सांप्रदायिकता की बैसाखियाँ लगाकर पाशविकता का जो नंगा नाच इस देश में नाचा गया था, उसका अंतरंग चित्रण भीष्म साहनी ने इस उपन्यास में किया है। काल-विस्तार की दृष्टि से यह केवल पाँच दिनों की कहानी है, वहशत के अँधेरे में डूबे हुए पाँच दिनों की कहानी, जिसे लेखक ने इस खूबी के साथ बुना है कि सांप्रदायिकता का हर पहलू तार-तार उद्घाटित हो जाता है और पाठक सारा उपन्यास एक साँस में पढ़ जाने के लिए विवश हो जाता है। (Best Books To Read On World Hindi Diwas) भारत में सांप्रदायिकता की समस्या एक युग पुरानी है और इसके दानवी पंजों से अभी तक इस देश की मुक्ति नहीं हुई है।
आज़ादी से पहले विदेशी शासकों ने यहाँ की जमीन पर अपने पाँव मजबूत करने के लिए इस समस्या को हथकंडा बनाया था और आजादी के बाद हमारे अपने देश के कुछ राजनीतिक दल इसका घृणित उपयोग कर रहे हैं। और इस सारी प्रक्रिया में जो तबाही हुई है उसका शिकार बनते रहे हैं वे निर्दोष और गरीब लोग जो न हिंदू हैं, न मुसलमान बल्कि सिर्फ इंसान हैं, और हैं भारतीय नागरिक। भीष्म साहनी ने आज़ादी से पहले हुए सांप्रदायिक दंगों को आधार बनाकर इस समस्या का सूक्ष्म विश्लेषण किया है और उन मनोवृत्तियों को उघाड़कर सामने रखा है जो अपनी विकृतियों का परिणाम जनसाधारण को भोगने के लिए विवश करती हैं। Book Price: Rs 635.
2. Gunahon Ka Devta - गुनाहों का देवता - Book Read
इस कहानी का ठिकाना अंग्रेजों के समय का इलाहाबाद रहा है। कहानी के तीन मुख्य पात्र हैं - चन्दर, सुधा और पम्मी। पूरी कहानी मुख्यतः इन्ही पात्रों के इर्दगिर्द घूमती रहती है। चन्दर सुधा के पिता यानि विश्वविद्यालय के प्रोफेसर के प्रिय छात्रों में है और प्रोफेसर भी उसे पुत्र तुल्य मानते हैं। (Best Books To Read On World Hindi Diwas) इसी कारण चन्दर का सुधा के यहाँ बिना किसी रोकटोक के आना-जाना लगा रहता है। धीरे-धीरे सुधा कब दिल दे बैठती है, यह दोनों को पता नहीं चलता। लेकिन यह कोई सामान्य प्रेम नहीं था। यह भक्ति पर आधारित प्रेम था। चन्दर सुधा का देवता था और सुधा ने हमेशा एक भक्त की तरह ही उसे सम्मान दिया था।
चंदर सुधा से प्रेम तो करता है, लेकिन सुधा के पिता के उस पर किए गए अहसान और व्यक्तित्व पर हावी उसके आदर्श कुछ ऐसा ताना-बाना बुनते हैं कि वह चाहते हुए भी कभी अपने मन की बात सुधा से नहीं कह पाता। सुधा की नजरों में वह देवता बने रहना चाहता है और होता भी यही है। सुधा से उसका नाता वैसा ही है, जैसा एक देवता और भक्त का होता है। प्रेम को लेकर चंदर का द्वंद्व उपन्यास के ज्यादातर हिस्से में बना रहता है। नतीजा यह होता है कि सुधा की शादी कहीं और हो जाती है और अंत में उसे दुनिया छोड़कर जाना पड़ता है। Book Price: Rs 291.
3. Godaan - गोदान - Book Read
गोदान मुंशी प्रेमचंद का प्रसिद्ध हिंदी उपन्यास है। यह पहली बार 1936 में प्रकाशित हुआ था और इसे आधुनिक भारतीय साहित्य के सबसे महान हिंदी उपन्यासों में से एक माना जाता है। सामाजिक-आर्थिक अभाव के साथ-साथ गाँव के गरीबों के शोषण पर आधारित यह उपन्यास प्रेमचंद का अंतिम पूर्ण उपन्यास था। (Best Books To Read On World Hindi Diwas) इसका अंग्रेजी में अनुवाद जय रतन और पी. लाल ने 1957 में द गिफ्ट ऑफ ए काउ के नाम से किया है।
गोदान, प्रेमचन्द का अंतिम और सबसे महत्वपूर्ण उपन्यास माना जाता है। कुछ लोग इसे उनकी सर्वोत्तम कृति भी मानते हैं। इसका प्रकाशन 1936 ई० में हिन्दी ग्रन्थ रत्नाकर कार्यालय, बम्बई द्वारा किया गया था। इसमें भारतीय ग्राम समाज एवं परिवेश का सजीव चित्रण है। गोदान ग्राम्य जीवन और कृषि संस्कृति का महाकाव्य माना जाता है। इसमें प्रगतिवाद, गांधीवाद और मार्क्सवाद (साम्यवाद) का पूर्ण परिप्रेक्ष्य में चित्रण हुआ है। Book Price: Rs 165.
4. Chandragupt - चंद्रगुप्त - Book Read
"चन्द्रगुप्त - यह नाटक 'चन्द्रगुप्त मौर्य' के उत्थान के साथ-साथ उस समय के महाशक्तिशाली राज्य 'मगध' के राजा 'धनानंद' के पतन की कहानी भी कहता है। यह नाटक 'चाणक्य' के प्रतिशोध और विश्वास की कहानी भी कहता है। यह नाटक राजनीति, कूटनीति, षड़यन्त्र, घात-आघात-प्रतिघात, द्वेष, घृणा, महत्वाकांक्षा, बलिदान और राष्ट्र-प्रेम की कहानी भी कहता है। (Best Books To Read On World Hindi Diwas) इस नाटक का उद्देश्य यह है कि पाठकों को तत्कालीन समय का आभास भी हो सके और उसकी नियति से वे प्रेरणा भी ले सकें। जयशंकर प्रसाद का जन्म 30 जनवरी, 1890 को वाराणसी में हुआ।
प्रारम्भिक शिक्षा आठवीं तक किन्तु घर पर संस्कृत, अंग्रेज़ी, पालि, प्राकृत भाषाओं का अध्ययन किया। इसके बाद भारतीय इतिहास, संस्कृति, दर्शन, साहित्य और पुराण कथाओं का एकनिष्ठ स्वाध्याय किया। पिता देवी प्रसाद तम्बाकू और सुंघनी का व्यवसाय करते थे और वाराणसी में इनका परिवार सुंघनी साहू के नाम से प्रसिद्ध था। छायावादी युग के चार प्रमुख स्तम्भों में से एक महान लेखक के रूप में प्रख्यात हुए। विविध रचनाओं के माध्यम से मानवीय करुणा और भारतीय मनीषा के अनेकानेक गौरवपूर्ण पक्षों का उद्घाटन किया। 48 वर्षों के छोटे से जीवन में कविता, कहानी, नाटक, उपन्यास और आलोचनात्मक निबन्ध आदि विभिन्न विधाओं में रचनाएँ लिखी। Book Price: Rs 212.
5. Andher Nagri - अंधेर नगरी चौपट राजा - Book Read
मूल रुप से ये कहानी भारतेन्दु हरिश्चंद्र जी की एक नाटक अंधेर नगरी चौपट्ट राजा, का एक अंश है। बहुत समय पहले की बात है। कोशी नदी के किनारे एक संत अपने शिष्य के साथ कुटिया बनाकर रहते थे। (Best Books To Read On World Hindi Diwas) दोनों का ज्यादातर समय भजन-कीर्तन, ईश्वर की आराधना तथा पहलवानी में व्यतीत होता था।
एक बार दोनों ने देश भ्रमण का निश्चय किया। गुरु-शिष्य घूमते-घूमते एक अजनबी देश में जा पहुंचे। वहां एक बगीचे में कुटिया बनाकर उन्होनें अपना डेरा डाला। गुरु ने शिष्य को एक रुपया देकर बाजार से कोई अच्छी सी सब्जी लाने को कहा। आगे की कहानी आप पुस्तक में पढ़े, जिससे आपकी जिज्ञासा की अग्नि शांत होगी। Book Price: Rs 50.
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