Vinayak Damodar Savarkar की 5 किताबें! किसी पर प्रकाशन के पहले लगा बैन तो कोई बन गई क्रांतिकारियों की गीता
Vinayak Damodar Savarkar Books - अगर वीर सावरकर के बारे में जानना चाहते हैं और उसके लिए उन पुस्तकों की तलाश में हैं जो उन्होंने लिखी है तो आप बिल्कुल सही जगह पर हैं। यहां उनकी 5 सबसे चर्चित किताबों की जानकारी दी गई है।
Vinayak Damodar Savarkar Books: इंडियन नेशनल कांग्रेस के नेता राहुल गाँधी की संसद सदस्यता जाने के बाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारी वीर सावरकर एक बार फिर से सुर्खियों में हैं। एक वर्ग ऐसा है, जो उन्हें हीरो मानता है तो वहीं एक दूसरा वर्ग भी है, जो उन्हें विलेन मानता है। हालाँकि ये तो एक तरह की राजनैतिक लड़ाई है, लेकिन यह बिना किसी लाग-लपेट के कहा जा सकता है कि एक संकुचित सेल में बरसों यातना सहना यह अवश्य प्रदर्शित करता है कि Veer Savarkar को ब्रिटिश साम्राज्य अपने लिए कितना बड़ा खतरा मान रहा था।
अगर यह विरोध दलगत है तो इसे अच्छी तरह से समझा जा सकता है। परंतु यदि आप स्वतंत्र सोच के व्यक्ति हैं, तो आपको किसी भी व्यक्तित्व पर अपनी राय बनाने से पहले यह सुनिश्चित करना होगा कि आप अमुक व्यक्ति के बारे में कितना जानते हैं या फिर उनके बारे में आपको कितना बताया गया है? जहां तक किसी महान व्यक्ति के बारे में जानकारी बढ़ाने की बात है तो Books से बड़ा कोई सोर्स नहीं हो सकता है। हम यहां आपको Vinayak Damodar Savarkar द्वारा लिखी गई 5 सबसे चर्चित Book To Read के बारे में बताने जा रहे हैं, ताकि आप यह जान सकें कि विनायक दामोदर सावरकर होने का मतलब क्या है?
इसे भी पढ़ें: Best Books To Read On MS Dhoni.
Vinayak Damodar Savarkar द्वारा लिखी गई 5 सबसे अच्छी किताबें
बता दें कि वीर सावरकर का पूरा नाम विनायक दामोदर सावरकर था और वे स्वतन्त्रता आन्दोलन के सेनानी और प्रखर राष्ट्रवादी लीडर थे। उन्हें Indian Politics में हिन्दुत्व की राजनीतिक विचारधारा को विकसित करने का बहुत बड़ा श्रेय दिया जाता है। वे एक वकील, राजनीतिज्ञ, कवि, लेखक और नाटककार थे। इनका जन्म 28 मई 1883 को नासिक के भगूर गांव में हुआ था और मृत्यु 26 फरवरी 1966 को हुआ था। आइए अब Vinayak Damodar Savarkar द्वारा लिखी गई 5 सबसे चर्चित Books के बारे में विस्तार से जानते हैं।
Mera Aajeevan Karavas (Hindi Edition) Book
यदि वीर सावरकर के बारे में जानना है तो उनके द्वारा लिखी गई Mera Aajeevan Karavas किताब से बेहतर और विकल्प नहीं हो सकता है। यह किताब Savarkar की आत्मकथा है। इस किताब में उन्होंने ब्रिटिश सरकार द्वारा दो-दो आजीवन कारावास की सजा सुनाए जाने के बाद अपनी मानसिक स्थिति, भारत की विभिन्न जेलों में भोगी गई यातनाओं और अपमान, अंडमान भेजे जाने पर जहाज पर कैदियों की यातनामय नारकीय स्थिति, कालापानी पहुंचने पर सेलुलर जेल की विषम स्थितियों, वहाँ के जेलर का क्रूरतम व्यवहार, छोटी-छोटी गलतियों पर दी जाने वाली अमानवीय शारीरिक यातनाएँ (कोडे़ लगाना, बेंत से पिटाई करना या दंडी बेड़ी लगाकर उल्टा लटकाना) जैसी कई बातों का वर्णन किया है। Mera Aajeevan Karavas Book Price: Rs 353.
1857 Ka Swatantraya Samar Book
वीर सावरकर द्वारा लिखित इस किताब को क्रान्तिकारियों की गीता भी कहा जाता है और इस महान रचना ने सन 1914 के गदर आंदोलन से लेकर 1943-45 तक की आजाद हिंद फौज तक कम से कम दो पीढियों को स्वतंत्रता के लिए संघर्ष करने की प्रेरणा दी थी। 1857 का स्वातंत्र्य समर विश्व इतिहास की पहली ऐसी Books है, जिसे प्रकाशन के पूर्व ही प्रतिबंधित होने का गौरव प्राप्त है। इस Read To book को ही यह प्रथम गौरव प्राप्त है कि सन 1909 में इसका प्रथम गुप्त एडिशन प्रकाशित हुआ था और 1947 में इसके प्रथम खुले प्रकाशन तक के 38 साल के लम्बे कालखंड़ में बहुत सारे गुप्त एडिशन अनेक भाषाओं में छपकर देश-विदेश में वितरित होते रहे। इस किताब को छिपाकर भारत में लाना एक साहसपूर्ण क्रांति-कर्म बन गया था। 1857 Ka Swatantraya Samar Book Price: Rs 256.
Hindutva Paperback
जैसा कि आप सभी जानते हैं कि Vinayak Damodar Savarkar को Indian Politics में हिन्दुत्व की राजनीतिक विचारधारा को विकसित करने का श्रेय जाता है, लेकिन यह हिंदुत्व क्या है? हिंदू कौन है? हिंदूजाति के अस्तित्व तथा पराक्रम का बोध क्या होता है? प्रखर राष्ट्रवादी चिंतक वीर सावरकर ने अपनी Hindutva Books में इन्हीं बातों को परिभाषित किया है। Hindutva Book Price: Rs 138.
Kalapani Books
आप लोगों ने कालापानी की सजा के बारे में अवश्य सुना होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि काला पानी की सजा होती क्या है? कालापानी का मतलब यातना होता है। कालापानी का मतलब नरक होता है। कालापानी का मतलब क्रूर अत्याचार यानी 24 घंटे त्रासदी वाला जीवन होता है। Veer Savarkar की पुस्तक काला पानी यूं तो एक उपन्यास है, लेकिन इसमें उन्होंने कालापानी सजा की नारकीय यातना का वर्णन किया है। इसके तमाम पात्र भी काल्पनिक हैं, लेकिन यातनाओं और जेल का जो विवरण है, वो बहुत दर्दनाक है। Kalapani Books Price: Rs 208.
Mopla Books Paperback
केरल के मालाबार में 1921 में हुआ हिंदुओं का नरसंहार देश के इतिहास की सबसे बड़ी घटनाओं में से एक है। मालाबार क्षेत्र में रहने वाले हिंदुओं को इस विद्रोह के दौरान अत्यंत पीड़ादायी अत्याचार झेलने पड़े थे। इस नरसंहार को बल देने वाले वही लोग थे, जिनके कारण साल 1947 में पाकिस्तान देश का निर्माण हुआ था। विनायक दामोदर सावरकर के साथ ही डॉ. भीमराव राम आंबेडकर और रवींद्रनाथ टैगोर ने भी मालाबार में हुए सांप्रदायिक दंगों की क्रूरता को स्पष्ट रूप से बताने का प्रयास किया था। Veer Savarkar की Mopla Book में हृदय को चीर देने वाले मोपला कांड के सच को उजागर किया गया है। यह Book to Read न केवल सत्य को सामने रखती है, बल्कि Indian Politics और नागरिकों को सुरक्षित भविष्य निर्माण के लिए चेताती भी है। Mopla Books Price: Rs 80.
सभी किताबों की जांच करेंः Vinayak Damodar Savarkar Books.
Disclaimer: यहां कीमतें अमेजन के संबंध में परिवर्तन के अधीन हैं।