Agra News: जिले के 10 सर्वश्रेष्ठ परिषदीय विद्यालय बनेंगे माडल, पढ़ें क्या- क्या होगी विशेषताएं
Agra News महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने दिए निर्देश। जिला समन्वयक (निर्माण) तैयार करेंगे कार्ययोजना। त्कृष्ट विद्यालयों को गैप एनालिसिस एवं नीड अस्सिमेंट के आधार पर भविष्य में अत्याधुनिक अवस्थापन सुविधाएं जैसे कंप्यूटर लैब साइंस लैब लाइब्रेरी स्मार्ट क्लास आदि स्थापित की जाएंगी।
By Sandeep KumarEdited By: Tanu GuptaUpdated: Sun, 02 Oct 2022 09:42 AM (IST)
आगरा, जागरण संवाददाता। हर जिले के 10 सर्वश्रेष्ठ परिषदीय विद्यालयों को माडल के तौर पर तैयार किया जाएगा। विद्यालयों का चयन कर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी को दिए हैं।
उनके निर्देश हैं कि जिले से भेजी गई 10 उत्कृष्ट विद्यालयों को गैप एनालिसिस एवं नीड अस्सिमेंट के आधार पर भविष्य में अत्याधुनिक अवस्थापन सुविधाएं जैसे कंप्यूटर लैब, साइंस लैब, लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास आदि स्थापित की जाएंगी, जिससे इन विद्यालयों के विद्यार्थियों को आधुनिक शैक्षणिक परिवेश में शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिले।
कार्ययोजना बनाने के निर्देश
महानिदेशक ने निर्देश दिए हैं कि चयनित 10 सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों को उच्चीकृत करने के लिए जिला समन्वयक (निर्माण) के माध्यम से स्थलीय सत्यापन कराने और निर्धारित प्रारूप में फोटो सहित आठ बिंदुओं की सूचनाएं उपलब्ध कराएं।
मॉडल स्कूल के लिए इन बिंदुओं पर मांगी सूचना
- सर्वश्रेष्ठ विद्यालयों में से ऐसे विद्यालयों का चयन हो, जहां कक्षा एक से आठवीं तक की कक्षाएं संचालित हों।- कार्ययोजना तैयार करने के लिए विद्यालयों का आवंटन राज्य स्तर से प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा।- कार्ययोजना तैयार होने से पहले विद्यालय परिसर का अधिकतम 60 सेकेंड का एक वीडियो तैयार कर लिया जाए, जिससे विद्यालय के संपूर्ण भौतिक परिवेश का आकलन किया जा सके।- कार्ययोजना तैयार करने के दौरान मितव्ययीता का विशेष ध्यान रखें और त्रुटि रहित माप को अंकित करते हुए निर्धारित मानकों के अनुसार करें।
- विद्यालय परिसर का एक ले-आउट प्लान आटोकैड के माध्यम से तैयार करते हुए प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा।- विद्यालय परिसर के उच्चीकरण के लिए जिस स्तर पर किसी प्रकार का सिविल वर्क प्रस्तावित किया जाता है, उस दशा में प्रस्तावित सिविल कार्य का फोटो लेकर प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड करना होगा।- यदि विद्यालय में संलग्न प्रारूपों से पृथक अन्य कोई सिविल कार्य प्रस्तावित है, तो उसकी कार्ययोजना अलग तथ्यों के साथ अलग से प्रेरणा पोर्टल पर अपलोड की जाए।
- प्रत्येक विद्यालय की कार्ययोजना तैयार किए जाने, आटोकैड साफ्टवेयर के माध्यम से साइट प्लान-ले-आउट प्लान तैयार करने के लिए सर्वेक्षण के लिए प्रति विद्यालय अधिकतम एक हजार रुपये की धनराशि जिला समन्वयक (निर्माण) को देय होगा। कार्ययोजना तैयार कर प्रेरणा पोर्टल पर रिपोर्ट अपलोड करने के बाद डीपीओ स्तर से देय होगा, जो राज्य परियोजना स्तर से उपलब्ध कराई जाएगी।
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