आगरा में नमक और रिफाइंड के बिल पर जा रही 25 टन डीएपी पकड़ी, अधिकारियों ने भरा नमूना
आगरा के किरावली मंडी में शुक्रवार रात 25 टन डीएपी चोरी से उतारे जाने का मामला सामने आया। अधिकारियों ने ट्रोला को पकड़ लिया और चालक से पूछताछ की। चालक ने बताया कि वह मुरादनगर गाजियाबाद से गंगापुर राजस्थान जा रहा था लेकिन बिल पर नमक और रिफाइंड लिखा था। अधिकारियों को शक है कि डीएपी नकली हो सकती है इसलिए नमूने लेकर जांच के लिए भेजा जाएगा।
जागरण संवाददाता, आगरा। नमक और रिफाइंड के बिल पर जा रही 25 टन डीएपी शुक्रवार रात किरावली मंडी में चोरी से उतारी जा रही थी। सूचना पर प्रशासन और कृषि विभाग के अधिकारियों ने डीएपी से भरे ट्रोला को घेराबंदी करके पकड़ लिया। माल लोड करते वाहन को चालक लेकर भाग गया। अधिकारियों द्वारा ट्राेला चालक से पूछताछ की जा रही है। बरामद डीएपी का नमूना लिया गया है।
यह है पूरा मामला
घटना शुक्रवार रात साढ़े नौ बजे की है। किरावली मंडी परिसर में एक बाड़े के पास राजस्थान के नंबर के ट्रोला से चोरी छिपे डीएपी उतारकर दूसरे वाहन में लोड करने की सूचना एक किसान द्वारा एसडीएम किरावली राजेश कुमार को दी गई। एसडीएम और तहसीलदार देवेंद्र प्रताप सिंह व पुलिस मंडी में पहुंचे।
अधिकारियों को देख ट्रोला से डीएपी के बैग उतारकर लोड करता वाहन वहां से भाग निकला। ट्रक का पीछा किया, लेकिन वह हाथ नहीं आया। गड़बडी की आशंका पर अधिकारी ट्रोला को चालक और क्लीनर समेत पकड़कर थाने ले आए। चालक से पूछताछ करने पर उसने बताया कि मुरादनगर गाजियाबाद से डीएपी लेकर राजस्थान के गंगापुर जा रहा था।
चालक से डीएपी ले जाने से संबंधित बिल चेक किए तो उसमें साल्ट और रिफाइंड लिखा था। चालक ने इनवॉइस दिखाई वह मुरादनगर गाजियाबाद से उदयकला गंगापुर सिटी, इनिया खान खाद भंडार के नाम पर थी।
जानकारी होने पर उप निदेशक कृषि, सहायक निबंधक सहकारिता समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। ट्रोला चालक से अधिकारियों ने मौके से डीएपी के बैग लोड करके भागे ट्रक चालक का मोबाइल नंबर लेकर संपर्क करने का प्रयास किया, उसका नंबर बंद था।
अधिकारियों की टीम ने ट्रोला से बरामद माल का नमूना लिया है, जिसे जांच के लिए भेजा जाएगा। एसडीएम राजेश कुमार ने बताया मामले में कार्रवाई की जा रही है।
बार-बार बयान बदल रहे चालक-क्लीनर
अधिकारियों से पूछताछ में चालक-परिचालक द्वारा कई बार अपना बयान बदला गया। पहले बताया कि वह मुरादनगर से किरावली के लिए डीएपी लेकर आ रहे थे। जब इनवॉइस मांगा गया तो कहने लगे कि गंगापुर सिटी लेकर जा रहे थे। इनवॉइस में नमक और रिफाइंड लिखा देख अधिकारियों का काला बाजारी का मामला लगा।
नकली भी हो सकती है डीएपी
अधिकारियों को शक है कि डीएपी नकली भी हो सकती है। इसलिए अलग-अलग बैग से नमूने लिए गए हैं, जिसे जांच के लिए लैब में भेजा जाएगा। वहां परीक्षण के बाद डीएपी के नकली होने की पुष्टि होगी।
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