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Agra News: महाशिवरात्रि पर उतारी ताजमहल की आरती, डमरू बजाकर किया शिव तांडव; तेजोमहल होने का किया दावा

Shivratri in Taj Mahal शुक्रवार को ताजमहल बंद था। महिला दिवस के कारण मेहताब बाग में प्रवेश निश्शुल्क था। पवन बाबा के बैग को कर्मचारियों ने अंदर नहीं जाने दिया। पवन बाबा बैग अपने साथियों को सौंपकर अंदर चले गए। उनके अंदर पहुंचने पर साथियों ने दूसरी तरफ से बैग अंदर फेंक दिया। वे बैग में कपूर गंगाजल त्रिशूल डमरू रखकर ले गए थे। इसके बाद उन्होंने जलाभिषेक किया।

By Swati Singh Edited By: Swati Singh Updated: Fri, 08 Mar 2024 09:51 PM (IST)
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महाशिवरात्रि पर उतारी ताजमहल की आरती, डमरू बजाकर किया शिव तांडव; बाहर निकलने पर पुलिस...

जागरण संवाददाता, आगरा। महाशिवरात्रि पर ताजमहल को लेकर फिर विवाद खड़ा हो गया। अखिल भारत हिंदू महासभा के पवन बाबा ने ताजमहल को शिव मंदिर तेजोमहल बताते हुए शुक्रवार को यमुना के दूसरे किनारे मेहताब बाग पहुंचकर आरती उतारी। इसके बाद डमरू बजाकर नृत्य किया। मेहताब बाग की सुरक्षा में तैनात कर्मचारियों को इसकी भनक तक नहीं लगी।

ताज महल से बाहर निकलते समय महासभा के मंडल अध्यक्ष वृंदावन निवासी पवन बाबा को कर्मचारियों ने रोककर पुलिस को सौंप दिया। शाम को पुलिस ने नोटिस देकर उन्हें छोड़ दिया। अखिल भारत हिंदू महासभा के पदाधिकारी सुबह सवा आठ बजे मेहताब बाग पहुंच गए।

बंद ताजमहल के अंदर ऐसे पहुंचे पवन बाबा

शुक्रवार को ताजमहल बंद था। महिला दिवस के कारण मेहताब बाग में प्रवेश निश्शुल्क था। पवन बाबा के बैग को कर्मचारियों ने अंदर नहीं जाने दिया। पवन बाबा बैग अपने साथियों को सौंपकर अंदर चले गए। उनके अंदर पहुंचने पर साथियों ने दूसरी तरफ से बैग अंदर फेंक दिया। वे बैग में कपूर, गंगाजल, त्रिशूल, डमरू रखकर ले गए थे। मेहताब बाग में ताजमहल की तरफ पहुंचकर पवन बाबा ने अपना कुर्ता उतारा।

पवन बाबा ने किया शिव तांडव

पवन बाबा ने यमुना किनारे स्थित दक्षिणी दीवार पर खड़े होकर जलाभिषेक किया। त्रिशूल हाथ में लेकर आरती उतारी, डमरू लेकर नृत्य किया। शिव तांडव और शिव चालीसा का पाठ किया। उनके साथियों ने वीडियो बनाकर इसे इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया। वे कपड़े पहनकर मेहताब बाग से बाहर निकले तो कर्मचारियों ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।

पवन बाबा को सौंपा गया चेतावनी नोटिस

इंस्पेक्टर एत्माद्दौला दुर्गेश मिश्रा ने बताया कि पवन बाबा ने लिखित में पुलिस को बताया है कि वह सूर्य की पूजा कर रहे थे। इसके बाद उन्हें चेतावनी नोटिस देकर स्वजन को सौंप दिया। अधीक्षण पुरातत्वविद डा. राजकुमार पटेल ने बताया, घटना की जांच कराई जा रही है।

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