Adulterated Spices: धनिया, मिर्च और हल्दी बने सेहत के लिए मुसीबत, इस तरह पहचानें मिलावट
Adulterated Spices मिर्च धनिया और हल्दी में ज्यादा मिलावट। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन मौन। छोटे कारोबारियों पर कार्रवाई। जीवनी मंडी बल्केश्वर शास्त्रीपुरम और सिकंदरा क्षेत्र सहित खैरागढ़ और बाह में मसाला निर्माण होता है। लाल मिर्च के पाउडर में ईंट या कबेलू का बारीक पिसा हुआ पाउडर होता है।
By Tanu GuptaEdited By: Updated: Fri, 02 Oct 2020 09:14 AM (IST)
आगरा, जागरण संवाददाता। आगरा में मसालों की आड़ में मिलावट का कोराबार खूब बढ़ रहा है। इससे रोकने में खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग कमजोर साबित है। आगरा के जीवनी मंडी, बल्केश्वर, शास्त्रीपुरम और सिकंदरा क्षेत्र सहित खैरागढ़ और बाह में मसाला निर्माण होता है। यहां पर मिर्च, धनिया, हल्दी और गरम मसाले का पाउडर तैयार किया जाता है। चक्की पर पिसाई के वक्त ही उसमें मिलावट कर दी जाती है। जिससे पैकेट में वजन बढ़ जाता है। मिलावट पर नजर रखने वाले खाद्य अधिकारी भी त्यौहार के समय अभियान चलाकर छोटे कारोबारियों को छापा मारते हैं और बड़े कारोबारी खुलेआम मिलावट कर मसाले बेच रहे हैं।
केस-1सिकंदरा के उत्तम नगर निवासी सविता गौतम ने सौ ग्राम के मिर्च, धनिया और हल्दी का पाउडर के पैकेट खरीदा थे। सविता का आरोप है कि मिर्च का पाउडर तीखा नहीं हैं और सब्जी लाल रंग की होती है। इसके बाद उन्होंने हल्दी पाउडर भी पानी में घोलकर देखा वह पूर्ण रूप से नहीं घुला।
केस-2सिकंदरा के उत्तम नगर निवासी रंजना कुशवाह ने भी 14 सितंबर को मसाले के पाउच खरीदे हैं। आरोप है कि एक बार पहले भी मिर्च के पाउडर में मिलावट निकल चुकी है। उसमें ईंद का पाउडर निकला था। अब उन्होंने मिर्च पाउडर पानी में घोला तो वह बर्तन की सतह पर जम गया।
ऐसे करें मिलावट की जांच1- लाल मिर्च के पाउडर में ईंट या कबेलू का बारीक पिसा हुआ पाउडर होता है। कृत्रिम रंग भी मिला होता है। इसकी जांच के लिए पानी में डालकर देखें। लाल मिर्च पाउडर पानी में तैरने लगे तो वह शुद्ध है। अगर, पानी में डूब जाए तो मिलावटी है।
2- हल्दी पाउडर में मेटानिल येलो नामक रसायन होता है, जो कैंसर जैसी बीमारी दे सकता है। इसे परखने के लिए हल्दी पाउडर में कुछ बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड और उतनी बूंदे पानी की डालकर देखें। अगर, हल्दी का रंग गुलाबी या बैंगनी हो जाए, तो हल्दी में मिलावट है।3- गरम मसालों में प्रयोग होने वाली दालचीनी में मिलावट के तौर पर अमरूद की छाल मिलाई जाती है। इसकी पहचान करने के लिए इसे हाथ पर रगड़कर देखें। अगर, इसका रंग नजर आए, तो यह असली है। अन्यथा नकली।
4- काली मिर्च में पपीते के बीजों को काले रंग में रंगकर मिला दिया जाता है। जिससे वजन बढ़ जाता है। इसे परखने के लिए पानी या शराब में डालें। अगर, यह तैरने लगे तो नकली हैं और डूब जाए तो असली।5- सरसों के दानों या राई में भी अर्जेमोने के बीज मिलाकर वजन को बढ़ाया जाता है। इसकी परख भी आसानी से कर सकते हैं। सरसों के बीजों को दबाकर देखने पर पीला पदार्थ निकलता है, जबकि अर्जेमोने के बीजों को दबाने पर सफेद।
मिलावटी खाद्य सामग्री का ज्यादा समय तक प्रयोग करने पर बीमारी बढ़ती है। इसलिए सामग्री को चांच पड़ताल करके खरीदें।फिजिशियन मुकुल अग्रवाल
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