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Agra Air Pollution News: जहरीली हुई हवा! AQI में लगातार बढ़ोत्तरी; शहर में छाई धुंध की चादर, हवा में बढ़े धूल कण, सांस लेने में हुई तकलीफ

Agra Latest News In Hindi Today उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सेक्टर तीन-बी आवास विकास कालोनी और नुनिहाई में वायु गुणवत्ता की स्थिति पर अध्ययन करेगा। दोनों शहर में अलग-अलग स्थानों अावासीय व संवेदनशील स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण का अध्ययन भी करेंगे। दीपावली के दिन होने वाली आतिशबाजी से होने वाले वायु व ध्वनि प्रदूषण का अध्ययन कर विगत वर्षों की स्थिति से उसकी तुलना की जाएगी।

By Nirlosh KumarEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Sun, 05 Nov 2023 07:36 AM (IST)
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शहर में छाई धुंध की चादर, हवा में बढ़े धूल कण

जागरण संवाददाता, आगरा: शहर में शनिवार को धुंध की चादर छाई रही। हवा में धूल कणों (पीएम10) व अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) की मात्रा बढ़ी होने से सांस लेने में दिक्कत के साथ आंखों में जलन व खांसी की समस्या आम रही।

शहर में सबसे खराब स्थिति शाहजहां गार्डन और मनोहरपुर दयालबाग में रही। दोनों स्थानों पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) खराब स्थिति में रहा।

सुबह से ही चारों तरफ धुंध छाई नजर आई

शहर में शनिवार को सुबह से ही चारों तरफ धुंध छाई नजर आई। शाम के समय धुंध की मात्रा बढ़ने से वायु गुणवत्ता में और गिरावट देखने को मिली। घर से बाहर निकलने पर लोगों को धुंध की वजह से सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और खांसी की शिकायत रही। बच्चों व बुजुर्गों को यह समस्या सर्वाधिक रही।

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा शहर के छह आटोमेटिक मानीटरिंग स्टेशनों पर एकत्र आंकड़ों के अनुसार जारी रिपोर्ट के अनुसार आगरा में एक्यूआइ 200 रहा। यह माडरेट स्थिति है। शहर में शाहजहां गार्डन, मनोहरपुर, संजय प्लेस, शास्त्रीपुरम व रोहता में हवा में घुले अति सूक्ष्म कणों और आवास विकास कालोनी में हवा में घुले धूल कणों की मात्रा अधिक दर्ज की गई।

वायु प्रदूषण के चार मुख्य कारण

  • एमजी रोड, माल रोड को छोड़ दें तो शहर की अन्य सड़कों के किनारों पर धूल जमा है, जिसकी सफाई नहीं हो रही है।
  • सड़कों पर अतिक्रमण के चलते जाम लगने से वाहनजनित प्रदूषण बढ़ रहा है।
  • शहर में कुछ जगहों पर कूड़ा-करकट जलाया जा रहा है। इससे हानिकारक गैसें हवा में घुल रही हैं।
  • शहर में बड़े स्तर पर निर्माण कार्य चल रहे हैं, लेकिन धूल शमन के उपायों पर अमल नहीं हो रहा है।

शाहजहां गार्डन में स्थिति

  • प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
  • अति सूक्ष्म कण, 84, 238, 323
  • धूल कण, 85, 241, 160
  • नाइट्रोजन डाइ-आक्साइड, 9, 12, 10
  • अमोनिया, 5, 17, 7
  • सल्फर डाइ-आक्साइड, 9, 16, 11
  • कार्बन मोनोआक्साइड, 13, 50, 29
  • ओजोन, 1, 14, 7

मनोहरपुर में स्थिति

  • प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, अधिकतम, औसत
  • अति सूक्ष्म कण, 72, 302, 213
  • धूल कण, 62, 150, 120
  • नाइट्रोजन डाइ-आक्साइड, 19, 35, 28
  • अमोनिया, 9, 11, 10
  • सल्फर डाइ-आक्साइड, 16, 20, 17
  • कार्बन मोनोआक्साइड, 20, 42, 34
  • ओजोन, 1, 44, 27

'धुंध की वजह से लोग दिनभर खांसते रहे। आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हुई। दमा व अस्थमा रोगी बचाव के लिए मास्क लगाएं। सुबह व शाम को टहलने न जाएं। हवा में धूल कण अधिक होने पर घर से बाहर नहीं निकलें।' -डा. गजेंद्र विक्रम सिंह, विभागाध्यक्ष क्षय एवं वक्ष रोग विभाग, एसएन मेडिकल कालेज

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'सड़कों पर धूल जमा है और अतिक्रमण के चलते जाम लगने से वाहनजनित प्रदूषण बढ़ रहा है। तापमान में गिरावट आने के साथ हवा के बहाव की गति कम है। कम से कम 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने पर वायु गुणवत्ता सुधरेगी।' -कमल कुमार, प्रभारी, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

आज से 15 दिन वायु गुणवत्ता की विशेष निगरानी

शहर से लेकर देहात तक फिजां में घुले वायु प्रदूषण के जहर के बीच रविवार से वायु गुणवत्ता की विशेष निगरानी शुरू होने जा रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) पांच से 19 नवंबर तक और उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (यूपीपीसीबी) पांच से 14 नवंबर तक वायु प्रदूषण के साथ ध्वनि प्रदूषण को मापेंगे।

दीपावली पर सीपीसीबी और यूपीपीसीबी द्वारा वायु प्रदूषण की स्थिति का अध्ययन किया जाता है। दीपावली 12 नवंबर की है। इससे सात दिन पूर्व और सात दिन बाद तक सीपीसीबी शहर में ताजमहल और नुनिहाई स्थित मानीटरिंग स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता की स्थिति पर अध्ययन करेगा।

यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी डा. विश्वनाथ शर्मा ने बताया कि शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए नगर निगम, जल निगम और मेट्रो को निर्माण कार्यों में मानकों का पालन करने और धूल उड़ने से रोकने को छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं।