Agra News: बढ़ते प्रदूषण का असर; धुंध के आगोश में ताजमहल दूर से दिखा धुंधला, आंखों में जलन सांस लेने में परेशानी
Agra News In Hind आगरा शहर में मनोहरपुर दयालबाग में एक्यूआइ 235 और सेक्टर तीन-बी आवास विकास कालोनी में 222 रहा। मनोहरपुर और आवास विकास कालोनी में हवा में घुली अति सूक्ष्म कणों की अधिकतम मात्रा मानक 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के पांच गुणा से अधिक रही। शास्त्रीपुरम रोहता व शाहजहां गार्डन में वायु गुणवत्ता माडरेट स्थिति में रही।
By Nirlosh KumarEdited By: Abhishek SaxenaUpdated: Mon, 06 Nov 2023 07:40 AM (IST)
जागरण संवाददाता, आगरा। शहर में छाई धुंध की चादर ने दुनिया में अपने धवल सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध ताजमहल को भी अपने आगोश में ले लिया है। रविवार दोपहर फतेहाबाद रोड स्थित रूफटाप रेस्टोरेंट की छत से ताजमहल धुंधला नजर आया।
हवा में अति सूक्ष्म कणों (पीएम2.5) और धूल कणों (पीएम10) की मात्रा बढ़ने की वजह से यह स्थिति हुई है। इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत, खांसी और आंखों में जलन की समस्या हो रही है।
Read Also: अब आगरा से भरिए इन शहरों के लिए उड़ान, रोजाना है हवाई सेवा, पर्यटकों को भा रहा है फ्लाइट शेड्यूल, रोजना ग्रुप में पहुंच रहे
धुंध से हो रही आंखों में जलन
रविवार को भी शनिवार की तरह सुबह से ही शहर में चारों तरफ धुंध छाई रही। घर से बाहर निकलने पर आंखों में जलन के साथ ही सांस लेने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। धुंध की वजह से बच्चे, बुजुर्ग और अस्थमा रोगियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
दो सौ के करीब रहा एक्यूआइ
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) द्वारा शहर के पांच आटोमेटिक मानीटरिंग स्टेशनों पर एकत्र आंकड़ों के आधार पर जारी रिपोर्ट के अनुसार एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 198 रहा, जबकि शनिवार को यह 200 रहा था। वायु गुणवत्ता माडरेट स्थिति में रही।Read Also: Electricity Supply: बिजली उपभोक्ताओं के लिए खुशी की खबर, यूपी के इस जिले में पांच दिन नहीं होगी बिजली कटौती, भरपूर मिलेगी लाइट
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।चार मुख्य कारण
- सड़कों और उसके किनारों पर धूल जमा होना व उचित सफाई नहीं होना।
- सड़कों पर अतिक्रमण के चलते जाम लगने से वाहनजनित प्रदूषण होना।
- शहर में जगह-जगह पर कूड़े के ढेर में आएदिन अाग लगाया जाना।
- इन दिनों हवा के बहाव की गति बहुत कम है, जिससे धूल कण स्थिर हो गए हैं।