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Agra News: 40 डिग्री तापमान में भी मस्ती कर रहे हाथी और भालू, गर्मियों से बचने के लिए बाड़ों में लगाए फव्वारे

मध्यम तापमान के साथ भी स्लॉथ भालू की भलाई सुनिश्चित करने के लिए संस्था एहतियाती उपाय लागू कर रही है। भालुओं को हाइड्रेटेड रखने के लिए तरबूज खरबूजा जैसे पानी से भरपूर फल उपलब्ध कराए जाते हैं। वाइल्डलाइफ एसओएस केंद्रों में भालू शहद युक्त दूध में जमे हुए मौसमी फलों से बने आइस पॉपसीकल्स (बर्फ के गोले) के रूप में व्यंजनों का भी आनंद लेते हैं।

By Jagran News Edited By: Abhishek Saxena Updated: Tue, 14 May 2024 08:32 AM (IST)
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हाइड्रेटेड रखने के लिए आहार में शामिल किए गए हैं फल
जागरण संवाददाता, आगरा। तापमान 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है। इसे देखते हुए वाइल्डलाइफ एसओएस के रेस्क्यू सेंटर्स में रहने वाले हाथियों और स्लाथ भालुओं को गर्मी से राहत दिलाने के लिए संस्था ने सक्रिय हो गई है। बाड़ों में पानी के स्प्रिंकलर (फुव्वारे) लगाने के साथ जमीन को ठंडा रखने के लिए गीला किया जा रहा है।

चुरमुरा स्थित हाथी संरक्षण और देखभाल केंद्र के साथ भालू को गर्मी से राहत दिलाने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।

हाथियों और भालुओं के लिए विशेष इंतजाम

बढ़ते तापमान के साथ, वाइल्डलाइफ एसओएस ने अपने रेस्क्यू सेंटर्स में हाथी और भालुओं के लिए व्यापक ग्रीष्मकालीन प्रबंधन योजनाएं तैयार की हैं। हाथी संरक्षण और देखभाल केंद्र में ठंडे वातावरण को बनाए रखने के लिए बाड़ों में स्प्रिंकलर लगाए गए हैं। देखभाल के लिए नियमित रूप से जमीन की जुताई करते हैं और उसे गीला करते हैं। जिससे ठंडी मिट्टी अपने ऊपर डालने और उससे नहाने का मौका मिलता रहे। जिसके जरिए वह अपनी नाज़ुक त्वचा को धूप से बचाते है।

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गर्मियों में बदला खानपान

हाथियों को हाइड्रेट रखने के लिए उनके आहार में तरबूज, पपीता, खीरा और लौकी जैसे पानी से भरपूर फलों के साथ-साथ चरी जैसे ताजे हरे चारे को भी शामिल किया गया है।

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भालू संरक्षण केंद्र और वन विहार भालू बचाव सुविधा में, राहत प्रदान करने के लिए प्रत्येक भालू के कमरे में एयर कूलर लगा गया है। जबकि जमीन को ठंडा करने और बाड़ों को अंदर से आरामदायक बनाने के लिए नियमित अंतराल पर स्प्रिंकलर (फुव्वारे) चलते हैं। वाइल्डलाइफ एसओएस के सदस्य श्रेष्ठ पचौरी ने बताया गर्मी के लिए सभी सेंटर पूरे इंतजाम किए गए हैं। 

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