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Rubber Dam on Yamuna: लबालब यमुना फिर हो जाएगी खाली, आगरा में नहीं बन पाया इस साल भी रबर डैम

Rubber Dam on Yamuna चार साल में तीन बार बदलाव फिर भी अधर में योजना। ताज से डेढ़ किमी आगे नगला पैमा में प्रस्तावित है रबर चेक डैम।

By Prateek GuptaEdited By: Updated: Mon, 24 Aug 2020 11:49 AM (IST)
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Rubber Dam on Yamuna: लबालब यमुना फिर हो जाएगी खाली, आगरा में नहीं बन पाया इस साल भी रबर डैम
आगरा, राजीव शर्मा। यमुना नदी पर रबर डैम योजना को लेकर चार साल में तीन बार बदलाव हो चुका है, फिर भी योजना अब तक फाइलों से बाहर नहीं निकल सकी है। प्रशासन की ओर से मजबूत पैरोकारी न होने के कारण अब तक तीन विभागों से अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं मिल पाए हैं। जबकि योजना को मूर्त रूप देने के लिए तीन महत्वपूर्ण एनओसी मिल चुकी हैं।

ताजमहल से डेढ़ किमी आगे ताजगंज स्थित नगला पैमा में रबर चेक डैम प्रस्तावित है। इसके लिए ताज बैराज खंड ने केंद्रीय जल आयोग, टीटीजेड, अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय में एनओसी के लिए आवेदन किया था। इनमें से केंद्रीय जल आयोग, अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिरकण और एएसआई ने एनओसी दे दी है। इससे इस योजना की आधी अड़चनें दूर हो गई हैं। इसके बावजूद योजना अधर में हैं। बता दें कि वर्ष वर्तमान जिस स्थान पर रबर चेक डैम योजना प्रस्तावित है, उसी स्थान पर वर्ष 2016 में भी रबर चेक डैम योजना का प्रस्ताव बना था। तत्कालीन सपा सरकार ने सिंचाई विभाग के कुछ अधिकारियों को रबर चेक डैम देखने के लिए कई देशों की यात्रा पर भेजा था। लौटने के बाद उन्होंने डीपीआर तैयार की सरकार को सौंप दी थी। योजना को मंजूरी मिल पाती, उससे पहले ही वर्ष 2017 में प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हो गया। योगी सरकार ने रबर चेक डैम के स्थान पर बैराज बनाने का निर्णय लिया। इसी भी डीपीआर तैयार हो गई। कई महीनों तक यह योजना भी लटकी रही। बाद में योगी सरकार ने अपनी योजना में बदलाव किया। बैराज की जगह फिर से रबर चेक डैम योजना बनाई गई। इसकी डीपीआर को सरकार मंजूरी दे चुकी है। साथ ही तीन विभागों से एनओसी भी मिल गई है। इसके बावजूद लचर पैरोकारी के अभाव में यह योजना लटकी हुई है।

मन की बात..

बारिश का मौसम है और यमुना पानी से पूरी लबालब। लोग कैलाश, पोइया घाट, बल्‍केश्‍वर घाट, हाथी घाट और दशहरा घाट पर नदी के इस अप्रतिम सौंदर्य को देखने जा रहे हैं। घाटों पर फैली अधिकांश गंदगी पानी के साथ बह चुकी है। नजारा बेहद खूबसूरत है। शहरवासियों के मन की बात यही है कि सालभर यही पानी बना रहे। नदी का जलस्‍तर इतना रहेगा तो कई अच्‍छे पिकनिक स्‍पॉट शहर को मिल सकते हैं। दयालबाग निवासी चेतन सिंह ने कहा कि भाजपा की केंद्र और प्रदेश में सरकार है। यहां से दो सांसद और नौ विधायक चुने गए हैं। बरसों से प्रतीक्षित बांध अगर अब भी नहीं बन पाया तो नागरिक यही समझेंगे, आगरा की सरकारें उपेक्षा ही करती हैं।

फैक्‍ट फाइल

- 1.5 किमी ताजमहल से आगे प्रस्तावित है रबर डैम।

- 413 करोड़ रुपये की प्रस्तावित की गई है योजना।

- 344 मीटर लंबा होगा यमुना नदी पर रबर चेक डैम।

- 3.5 लाख क्यूसिक पानी रोका जा सकेगा इस डैम से।

इस योजना में कई बार बदलाव हो चुका है। नई डीपीआर की मुताबिक रबर डैम के लिए तीन एनओसी मिल गई है। शेष विभागों से भी एनओसी अभी नहीं मिली है।

विशाल पोरवाल, अधिशासी अभियंता, ताज बैराज खंड 

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