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Agra: SN मेडिकल कालेज में लायनेक ब्लाक का काम पूरा, नई मशीनों से होगी कैंसर मरीजों की सिकाई

आगरा एसएन मेडिकल कालेज में एम्स की तर्ज पर तैयार किए जा रहे लायनेक ब्लाक का काम पूरा हो गया है। अब लीनियर एक्सेलरेटर और सीटी सिम्युलेटर मशीनों को स्थापित किया जाना है। इस साल के अंत तक कैंसर मरीजों की एसएन में अत्याधुनिक मशीनों से सिकाई हो सकेगी।

By Jagran NewsEdited By: Riya PandeyUpdated: Sun, 21 May 2023 07:59 AM (IST)
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एसएन मेडिकल कालेज में इस साल के अंत तक कैंसर मरीजों की अत्याधुनिक मशीनों से सिकाई हो सकेगी।
जागरण संवाददाता, आगरा: एसएन मेडिकल कालेज में एम्स की तर्ज पर तैयार किए जा रहे लायनेक ब्लाक का काम पूरा हो गया है। अब लीनियर एक्सेलरेटर और सीटी सिम्युलेटर मशीनों को स्थापित किया जाना है। इसमें चार महीने का समय लगेगा। इस साल के अंत तक कैंसर मरीजों की एसएन में अत्याधुनिक मशीनों से सिकाई हो सकेगी।

एसएन में टेलीकावाल्ट मशीन से रेडियोथैरेपी की जाती है। यह पुरानी मशीन हैं। जबकि एम्स, दिल्ली सहित बड़े संस्थानों में लीनियर एक्सेलरेटर और सीटी सिम्युलेटर से कैंसर मरीजों की रेडियोथैरेपी की जाती है। इसमें जिस हिस्से में कैंसर का टयूमर है वहीं नष्ट होता है, अन्य कोशिकाओं पर कोई असर नहीं पड़ता है। इसका दुष्प्रभाव भी कम है।

एसएन के प्राचार्य डा. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि लेडी लायल जिला महिला चिकित्सालय में 750 वर्ग मीटर भूमि में 30 करोड़ से बनने वाले लायनेक ब्लाक का निर्माण पूरा हो चुका है। लीनियर एक्सेलरेटर और सीटी सिम्युलेटर के लिए बंकर बनाए गए हैं। एटोमिक रेग्युलेटरी बोर्ड से भी अनुमति मिल चुकी है। चार महीने में दोनों मशीन स्थापित हो जाएंगी। इसके बाद मरीजों को सुविधा मिलने लगेगी।

हर रोज 40 से 45 मरीजों की रेडियोथैरेपी

एसएन में रेडियोथैरेपी के लिए मरीजों को 10 से 15 दिन के बाद ही तिथि दी जाती है। इस ब्लाक के शुरू होने के बाद हर रोज 40 से 45 मरीजों की अत्याधुनिक मशीनों से रेडियोथैरेपी हो सकेगी।

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